फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएगी’ की एक छवि।
शाहरुख खान (शाहरुख खान) और काजोल (काजोल) अभिनीत बॉलीवुड की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे (दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे)’ को रिलीज होने में 25 साल पूरे हो गए।
- News18Hindi
- आखरी अपडेट:19 अक्टूबर, 2020, 8:12 AM IST
‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ 20 अक्टूबर, 1995 को रिलीज हुई थी। नायडू ने कहा कि वह शाहरुख खान और काजोल की जोड़ी से बहुत प्रभावित रहे हैं, जिन्होंने इस फिल्म में राज और सिमरन के रोमांस को पर्दे पर उतारा और अपनी पीढ़ी के दो बड़े कलाकार बन गए।
अब 75 साल के हो चुके नायडू ने कहा कि, उन्हें फिल्म का वह दृश्य सबसे अच्छा लगा जब सिमरन राज से कहती है कि वह उस व्यक्ति से शादी करने जा रही है, जिससे न तो वह कभी मिली है और न ही उसे कभी देखा है। । नायडू ने कहा, ‘यह दृश्य शानदार था क्योंकि यह बहुत अच्छी तरह से फिल्माया गया था। मैं वहीं से उनका दीवाना हो गया। मैं समझ गया था कि ये दोनों आगे बहुत अच्छे करने वाले हैं, खासकर काजोल। उन्होंने गजब का प्रदर्शन किया। शाहरुख भी उसी रंग में दिखाई दिए, जिसके लिए वे हमेशा जाने जाते थे। ‘
नायडू कहते हैं कि ‘डीडीएलजे’ एक ऐसी फिल्म थी, जो हर लिहाज से शानदार थी। फिर चाहे वह अभिनय हो या निर्देशन, पटकथा हो या संगीत या फिर परंपरा और आधुनिकता का मिश्रण। इसके अलावा सीखने के घास के मैदान और पंजाब के सरसों के खेतों ने भी फिल्म में चार चांद लगा दिए।उन्होंने कहा कि फिल्म की पटकथा जैसी लिखी थी, सिम्मेटोग्राफर (छायाकार) मनमोहन सिंह ने उसे उसी पर्दे पर उतारा। नायडू ने कहा कि शाहरुख और काजोल की जोड़ी के अलावा संगीतकारों जतिन-ललित की जोड़ी ने भी धमाल मचा दिया। संगीतकार आनंद बख्शी ने भी कमाल के गीत लिखे।