महिला क्रूर मेंबर के द्वारा लगाए छेड़छाड़ के आरोपों पर एक्टर विजय राज ने तोड़ी चुप्पी, बोले- क्या मैं पीड़ित नहीं हूं?


विजय राज (फोटो साभार- @ ANI / ट्विटर)

अभिनेता विजय राज (विजय राज) ने अपने ऊपर लगे महिला क्रू मेंबर से छेड़छाड़ (छेड़छाड़) के आरोपों पर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने इस मामले पर सफाई देते हुए खुद को पीड़ित बताया है और सवाल भी पूछा है।

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  • आखरी अपडेट:13 नवंबर, 2020, 8:49 PM IST

मुंबई। बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता विजय राज (विजय राज) को लेकर बीते दिनों चौंकाने वाली खबर आई थी। उन पर क्रूर की एक महिला सदस्य से छेड़छाड़ का आरोप (मोलेस्टेशन आरोप) लगाया गया था। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। बताया जा रहा है कि ये वाकया एक फिल्म की शूटिंग के दौरान हुआ था। फिल्म के लिए ये शूट बालाघाट में चल रहा था। इस मामले में काफी समय बाद अब एक्टर ने चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने इस पर सफाई देने के साथ-साथ खुद को पीड़ित बताया है। विजय राज ने ये भी बताया कि उन्होंने उस महिला क्रूर मेंबर से माफी भी मांग ली है।

अभिनेता विजय राज ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर जवाब देते हुए छेड़छाड़ को आरोप को पूरी तरह से गलत बताया है। उन्होंने बॉम्बे टाइम्स से की गई बातचीत में कहा कि उन्होंने उस महिला से मांफी मांग ली है, इसलिए नहीं कि वे गलत थे बल्कि इसलिए कि वह महिला की भावनाओं का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि इस वाकये ने उनकी छवि को बहुत नुकसान पहुंचाया है। विजय राज अरेस्ट हो गए थे लेकिन इसी महीने उन्हें जमानत भी मिल गई और वह अपने काम पर भी वापस लौट आए।

उन्होंने इस इंटरव्यू में बताया कि ‘महिला की सुरक्षा सबसे पहले है। मेरी 21 साल की एक बेटी है, इसलिए मैं मामले की गंभीरता को समझता हूं। मैं इस मामले की जांच में पूरा सहयोग करूंगा। लेकिन मुझे बहिष्कृत करना, सस्पेंड करना और मेरी आने वाली फिल्मों से मेरी सेवाएं खत्म कर देना, वो भी किसी जांच से पहले ही … ये चौंकाने वाला है। मेरे पास कहने के लिए कोई शब्द नहीं है। ये बहुत ही खतरनाक जगह है। मैं फिल्म इंडस्ट्री में 23 साल से काम कर रहा हूं ‘।

उन्होंने कहा कि- ‘लोग एक तरफ की बात सुनकर जज करते हैं, आप पर एक ठप्पा लग जाता है।’ मुझे जांच से पहले ही आरोपी ठहरा दिया गया। मेरा जीवन जीने का अधिकार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। क्या मैं हां पर पीड़ित नहीं हूं? मेरे बूढ़े पिता दिल्ली में रहते हैं। उन्हें भी समाज का सामना करना है, मेरी बेटी को भी ‘।





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