सूरज पे मंगल भारी का एक सीन।
दिवाली के दौर में लॉकडाउन (लॉकडाउन) के बाद सलीमेघरों में रिलीज हो रही पहली फिल्मेंम है ‘सूरज पे मंगल भारी’ (सूरज पे मंगल भारि) जहीसे दर्शकों से काफी बिंदास अदा मील रही है।
- News18Hindi
- आखरी अपडेट:16 नवंबर, 2020, 8:45 PM IST
दिलजीत दोसांझ का कहना है कि हम दर्शकों का शुक्रिया अदा करते हैं कही वो सलीमाघर तक आ रहे हैं और हमारी फिल्मेंम को इतना प्यार करते हुए हैं। इस फिल्मम के शोज में भलाई ऑक्टयूपेंसी नजर आ रही है। लॉकडाउन में बंद हुए स़िनेमाघरों के चलते फ़िल्ममों ने सीधे ओटीटी का रुख क लिया था लेकिन िया सूरज पे मंगल भारी ’के मेकर्स ने इतने लंबे समय बाद सस्नेमाघरों तक दर्शकों का लाने के चुनौती के बारे में अपने सरीर को बताया।
‘सूरज पे मंगल भारी’ एक ऐसी लड़के की कहानी है जो अपने ल’की पतिव्रता लड़की ढूंढ रही है, लेकिन सूरज पर मंगल नाम का डिटेक्टिव इतना भारी पड़ रहा है कही उसका ये सपना पूरा ही नहीं हो पाता है। फीलम का प्रशिक्षण काफी मजेदार था और इस फिल्मम को अब दर्शकों से काफी महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया मिली है।