
सरोज खान ने बैकग्राउंड डांसर के रूप में 1950 के दशक में शुरुआत की थी।
हैप्पी बर्थडे सरोज खान: सरोज खान (सरोज खान) के सिखाए गए डांस के चलते बॉलीवुड (बॉलीवुड) में कई अदाकाराओं के करियर बन गए। सरोज खान की पहचान एक बेहद स्ट्रिक्ट कोरियोग्राफर के तौर पर की जाती है।
- News18Hindi
- आखरी अपडेट:22 नवंबर, 2020, सुबह 6:30 बजे IST
सरोज खान (सरोज खान) के सिखाए गए डांस के चलते बॉलीवुड (बॉलीवुड) में कई अदाकाराओं के करियर बन गए। सरोज खान की पहचान एक बेहद स्ट्रिक्ट कोरियोग्राफर के तौर पर की जाती है। कहते हैं कि अगर उनके बताए गए संशोधन को कोई ठीक से बताई गई छापों और नाज़ात के साथ नहीं करता तो वह सभी के सामने एक्ट्रेसेस को फटकारते थे। एक बार के मास्टर जी की फटकार करीना कपूर खान (करीना कपूर खान) भी खानी पड़ी थी।

सरोज खान और करीना कपूर खान
करियर की शुरुआत में किस तरह सही से डांस न कर पाने की वजह से उन्हें सरोज खान की डांट सुननी पड़ी थी। करीना ने ये किस्सा खुद शेयर किया था। उन्होंने बताया कि सरोज खान की डांट से बचने के लिए वे बाथरूम में बंद होकर प्रैक्टिस किया करती थीं। फिल्म रेफ्यूजी का एक किस्सा बताते हुए कारीना ने बताया था कि सरोज खान मुझे कहा करती थी, ऐ लड़की, कमर हिला … रात के एक बज रहे हैं, क्या कर रही है? सरोज खान ने करीना से कहा था डांस में अगर आप हाथ-पैर नहीं गए हो सकते हैं तो आपको चेहरे से डांस करना होगा।
महाराष्ट्र में 22 नवंबर, 1948 को जन्मीं निर्मला नागपाल यानी सरोज खान ने बैकग्राउंड डांसर के रूप में 1950 के दशक में शुरुआत की थी। उन्होंने अपने 40 साल से बहुत अधिक करियरियर में 2000 से ज्यादा गाने कोरियॉग्राफ किए हैं। सरोज ने फिल्म देवदास के गाने ‘डोला रे डोला’, ‘श्रृंगारम’ के सभी गानों और ‘जब वी मिले’ के गाने ‘ये इश्क हाय’ के लिए नेशनल अवॉर्ड अपने नाम किया है। उन्हें फिल्म ‘गुरु’, ‘देवदास’, ‘हम दिल दे चुके सनम’, ‘खलनायक’, ‘बेटा’, ‘सैलाब’, ‘चालबाज’ और ‘तेजाब’ के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड से नवाजा की गई है। यही नहीं, 2002 में उन्हें फिल्म लगान के लिए आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट इन फीचर फिल्म का अमैरिकन कोरियॉग्रफी अवॉर्ड भी मिल चुका है।