
दक्षिण में रीमेक हो सकता है विपुल की ‘टोनी।
News18 हिंदी से खास बातचीत करते हुए विपुल के रावल (विपुल के रावल) ने इस फिल्म को बनाने के पीछे की पूरी वजह और फिल्म रिलीज को लेकर आई परेशानियों को बताया।
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- आखरी अपडेट:9 दिसंबर, 2020, 2:03 PM IST
इस कारण से विपुल ने अपनी खुद की फिल्म बनाई
विपुल ने बताया कि वह बड़े बैनर के लिए जब भी काम करते थे, तो वह अपनी कहानी को लेकर संतुष्ट नहीं हो पाते थे। वह फिल्म ‘टोनी’ को इसलिए बनाना चाहती थीं, क्योंकि वह अपनी कहानी को खुद डायरेक्ट कर सकती हैं और अपने अनुसार फिल्म को संभव बना सकती हैं। उनका कहना है कि अगर कोई फिल्म बनती है, तो 100 प्रतिशत में 80 प्रतिशत खर्च प्रोडक्शन के लिए होना चाहिए और 20 प्रतिशत आर्टिस्टों की फीस के लिए, लेकिन उनका कहना है कि बॉलीवुड में इसका उल्टा है। यहां 100 प्रतिशत में 80 प्रतिशत कलाकारिस्टों की फीस चली जाती है और 20 प्रतिशत प्रोडक्शन के लिए होती है, इसका नतीजा ये होता है कि फिल्म की कहानी मर जाती है।
विपुल के लिए आसान नहीं था ये सफरविपुल ने फिल्म बनानी शुरू तो की, लेकिन इस फिल्म का जो बजट बना वो लगभग 70 से 80 लाख के आसपास था। अब विपुल के पास कोई फाइनेंसर भी नहीं थे, इसलिए विपुल ने अपनी जिंदगीभर की कमाई इस फिल्म के लिए लगा दी। विपुल का मानना है कि एक अच्छी बनाने के लिए सिर्फ चीजों से ज़रूरत होती है- ‘अच्छी कहानी, अच्छे एक्टर्स और अच्छे टीशियन’। यही सोच के साथ विपुल ने फिल्म ‘टोनी’ बनानी शुरू कर दी। फिल्म में विपुल ने नए चेहरे के लिए, जो अपनी अदाकारी से किरदार में जान फूंकने वाले थे। फिल्म बनकर तैयार भी हो गई, लेकिन इसके बाद भी उनकी इस फिल्म को रिलीज करने के लिए तैयार नहीं हुआ। सभी का यही कहना था कि फिल्म में कोई जाना पहचाना चेहरा नहीं है। विपुल के लाख कोशिशों के बाद न तो फिल्म को निर्माता नसे हो पाए और न ही ओटीटी प्लेटफॉर्म।
विपुल ने फिल्म रिलीज करने का तरीका निकाला है
चूंकि विपुल ने इस फिल्म के लिए अपनी जीवनभर की कमाई लगा दी थी, ऐसे में विपुल के लिए ये संकट की घड़ी थी। फिर उन्होंने इस फिल्म को ‘फिल्म फेस्ट’ में दिखाना शुरू किया, जहां दर्शकों की पॉजिटिव फिल्म ने विपुल के हौसले को काफी बढ़ा दिया। विपुल अब समझ चुके थे कि जिस विचार के साथ उन्होंने यह फिल्म बनाई है, उसमें तो वे सफल हो चुके हैं। इसके बाद विपुल ने फिल्म ‘टोनी’ को रिलीज करने का नातिन तरीका निकाला। उन्होंने बिना किसी के सपोर्ट के इस फिल्म को यूट्यूब पर रिलीज करने का फैसला लिया। बस विपुल ने लोगों से यही अनुरोध किया कि उस फिल्म को मुफ्त में देख लें और अगर फिल्म पसंद आए तो वह अपने श्रद्धा के अनुसार कुछ डोनेट कर दें, अगर करना चाहते हैं तो .. विपुल बताते हैं कि YouTube पर रिलीज होने के बाद से लोग उन्हें पैसे देते हैं भेजने लगे हैं, अब चाहे वह खाता 10 रुपये हो या फिर 50 रुपये।
साउथ में रीमेक हो सकता है विपुल की ‘टोनी’
विपुल ने कहा कि जो नुकसान उन्हें हुआ है, अब धीरे-धीरे उसकी भरपाई भी होने लगी है। उन्होंने बताया कि इस फिल्म की कहानी साउथ के लोगों को भी इतनी पसंद आई है कि इस फिल्म को साउथ में रीमेक करने की बात हो रही है। न सिर्फ उन्होंने बताया कि इन देशों के कुछ लोगों से भी इस फिल्म के रीमेक की बात हो रही है। विपुल अपनी इस सफलता से काफी खुश हैं। बता दें, ‘टोनी’ चार मनोविज्ञान के छात्रों के बारे में एक फीचर फिल्म है।