
एक्टर सोनू सूद
सोनू सूद (सोनू सूद) का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान प्रवासियों के लिए काम करने के बाद फिल्म निर्माता अपनी फिल्मों में हेंउन्नेयक के रोल दे रहे हैं। सूद ने बताया कि कैसे 2020 ने उनके पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को, विशेषकर एक्टर के तौर पर उनकी छवि को बदल कर बनाए रखा है।
- News18Hindi
- आखरी अपडेट:19 दिसंबर, 2020, 10:40 PM IST
सूद ने इसके पहले ‘सिंबा’, ‘आर..राजकुमार’ और अरुंधति जैसी फिल्मों में खलनायकों की भूमिका की है। एक्टर ने कहा, ‘अब मुझे हर तरह के रोल मिल रहे हैं। मुझे चार-पाँच बेहतरीन स्क्रिप्ट मिली हैं। आशा करता हूं … यह एक नई शुरुआत है और इसमें बहुत मजा आएगा। ‘
लॉकडाउन के दौरान सूद ने देश के विभिन्न हिस्सों से आकर मुंबई में फंसे प्रवासी कामगारों को उनके परिवार से मिलाने में मदद करने के लिए एक पहल शुरू की थी। उन्होंने और उनकी टीम ने श्रमिकों से जुड़ने के लिए एक टोल-फ्री नंबर और एक व्हाट्सएप हेल्पलाइन शुरू की और फिर प्रवासियों के लिए परिवहन के तौर पर बसों, ट्रेनों और यहां तक कि विमानों के साथ-साथ भोजन की भी व्यवस्था की थी।
सूद ने शुक्रवार को कहा कि तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों की दुर्दशा देखकर उन्हें बहुत दुख हो रहा है। इसके साथ ही उन्होंने अपनी समस्याओं के समाधान की उम्मीद जताई। हरियाणा, पंजाब और अन्य राज्यों के हजारों किसान दिल्ली की सीमा पर नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्हें डर है कि इससे न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रणाली समाप्त हो जाएगी और उनपर बड़े इंजीनियरिंग का नियंत्रण हो जाएगा।इस वर्ष कोरोनावायरस महामारी के खिलाफ प्रवासी श्रमिकों की मदद करने के प्रयासों के लिए सोनू सूद की खूब सराहना की गई थी। अभिनेता ने कहा कि वह इस बहस में नहीं पड़ना चाहते हैं कि कौन सही है या कौन गलत है, बल्कि वह केवल यही चाहते हैं कि किसानों की समस्याओं का समय पर समाधान हो।