
केर इंटनल फिल्म फेस्टिवल।
केरल इंटर्न फिल्म फेस्टिवल (आईएफएफके) को इस साल फरवरी-मार्च में राजधानी तिरुवनंतपुरम के अलावा तीन अन्य स्थानों पर भी आयोजित करने के लिए यूडीएफ सरकार के फैसले को लेकर विवाद शुरू हो गया है। यहां के कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने निर्णय को ‘निंदनीय’ करार दिया है।
- News18Hindi
- आखरी अपडेट:3 जनवरी, 2021, 12:08 AM IST
उल्लेखनीय है कि राज्य के संस्कृति मामलों के मंत्री एके बालन ने नए साल के अवसर पर घोषणा की थी कि यह महोत्सव को विभाजित -19 नियमों के तहत भीड़ से बचने के लिए चार स्थानों – तिरुवनंतपुरम, एल्पाकुलम, थलसेरी और पलक्कड़- में आयोजित किया जाएगा।
इस फैसले का विरोध करते हुए तिरुवनंतपुरम के सांसद शशि थरूर ने इसे ‘निंदनीय’ करार दिया। उन्होंने कहा, ‘यह केरल के मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से निंदनीय कदम है।’ थरूर ने ट्वीट किया कि तिरुवनंतपुरम न केवल आईएफएफके को बेहतर स्थान मुहैया कर सकता है बल्कि परंपरा, सुविधा और इन सब से बढ़कर फिल्मों की जानकारी रखने वाली आबादी मुहैया उपलब्ध है।
उन्होंने कहा, ‘यह वह स्थान है, जहां सेनेगल की फिल्में भी लोगों को आकर्षित करती हैं, किम की पेंटिंग को देखने के लिए सड़कों पर भीड़ बेसब्र सी हो रही थी।’ महोत्सव के आयोजक, स्क्रीनशॉट अकादमी के अध्यक्ष कमल ने कहा कि यह निर्णय केवल को विभाजित -19 की वजह से उत्पन्न स्थिति की वजह से लिया गया है। श्रीपतिजीत फिल्मकार कमल ने कहा कि बेवजह विवाद उत्पन्न किया जा रहा है, यह अस्थायी व्यवस्था है। सबसे पहले यह मुद्दा उठाने वाले कांग्रेस विधायक केएस सबरीनाथ ने कहा कि सभी को -19 नियमों का पालन करते हुए इसे तिरुवनंतपुरम में ही आयोजित किया जाना चाहिए।