
महेश और नानी की फिल्मों को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला
67 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार: 67 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के घोषणाओं की घोषणा आज हो गई है। पिछले साल कोरोनावायरस के लॉकडाउन के चलेत नेशनल फिल्म अवॉर्ड सेरेमनी को डिले कर दिया गया था। इस बार कंगना को चौथे बार राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया। तमाम साउथ इंडियन फिल्में भी राष्ट्रीय पुरस्कार पाने की पात्र बनीं।
साउथ की इन फिल्मों को सम्मान मिला
केंद्र की ओर से इस साल महेश बाबू (महेश बाबू) की तेलुगू फिल्म ‘महर्षि’ (महर्षि) को बस्ट कोरेंस का अवॉर्ड मिला तो वहीं नेचुरल स्टार नानी की ‘जर्सी’ (जर्सी) में बटल रीजनल फिल्म का प्रतिष्ठित दिया है। ‘जर्सी’ के लिए नव नूली को बस्ट एडिटिंग के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला। जबकि 2019 में अपने प्रदर्शन के लिए बस्ट एक्टर से सम्मानित किया गया। उनके अलावा अभिनेता एंटनी वर्गीस स्टारर मलयालम फिल्म ‘जल्लीकट्टू’ को बस्ट सिनेमेटोग्राफी और दूसरी मलयालम फिल्म कोलम्बी को बस्ट लिरिक्स का अवॉर्ड मिला। महल का अवॉर्ड हासिल करने में कन्नड़ फिल्म ‘अवने श्रीमन्नारायण’ अव्वल रही।
कंगना को चौथी बार राष्ट्रीय अवॉर्ड मिलाइस साल ‘थलाइवी’ स्टार को ‘पंगा’ (पंगा) और ‘मणिकर्णिका’ (मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी) के लिए बटल एक्ट्रेस के लिए नेशनल अवॉर्ड का सम्मान मिला। कंगना को चौथी बार राष्ट्रीय अवॉर्ड मिला है। इससे पहले उन्हें ‘फैशन’, ‘क्वीन’, ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्स’ के लिए भी प्रतिष्ठित मिल चुके हैं। उनके अलावा मनोज बाजपेयी भी हिंदी फिल्मों के लिए बटल एक्टिंग के लिए नेशनल अवॉर्ड पाने के लिए तैयार हुए।