गोल्डींद्रे और ताहिरा कश्यप अशक्तता को मात दे रहे हैं। (फोटो क्रेडिट- @tahirakashyap/Instagram @iamsonalibendre/Instagram)
‘कैंसर सर्वाइवर्स डे’ (कैंसर सर्वाइवर्स डे) वायु के मौसम में जीवित रहने वाले लोगों के लिए प्रतिरोधक क्षमता के समान होते हैं। सोनाली बेंद्रे (सोनाली बेंद्रे) और ताहिरा कश्यप (ताहिरा कश्यप)
मुंबई। सोनाली बेंद्रे (सोनाली बेंद्रे) और राइटर के साथ-साथ प्रो प्रोसरसर ताहिरा कश्यप (ताहिरा कश्यप) ने को ‘कैंसर सर्वाइवर्स डे’ (कैंसर सर्वाइवर्स डे)। पर्यावरण ने कहा कि यह बेहतर है और सबसे मजबूत है। ‘कैंसर वार्स डे’ मौसम के लिए स्थायी होते हैं।
1990 के दशक में ‘डप्ली कीट’ और ‘डप्ली कीट’ जैसे गुणी गुण वाले वातावरण में उच्च श्रेणी के होते थे। 46 पोस्ट खराब होने से पहले और बाद में शेयर करें।
सोने की रोशनी में बिजली की रोशनी पर और नोट लिखा है। भविष्य में त्वरित रूप से ऐसा होता है… ‘ I शब्द को बाद के जीवन को पोर्टफोलियो में बदलने का मौका।’
गोल्डली बेंद्रे की पोस्टिंग।
बल्लेस्टर सिरा कशयप (ताहिरा कश्यप) भी असर की गुणवत्ता में सुधार करता है। 38 कश्यप ने कामयाबी के लिए ऐसा किया है।