बिहार के इस विश्वविद्यालय में एग्जाम दे रहा है इमरान हाशमी और सनी लियोनी का बेटा!


एडमिट कार्ड जिसमें माता पिता का नाम सनी लियोनी और इमरान हाशमी लिखा गया है

पूरा मामला बिहार के मुजफ्फरपुर से जुड़ा है, जहां ग्रेजुएशन सेकेंड इयर के छात्र ने परीक्षा फॉर्म में ये जानकारी दी है। इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन भी हैरत है और फिलहाल जांच का हवाला दे रहा है।

  • News18Hindi
  • आखरी अपडेट:10 दिसंबर, 2020, 10:24 AM IST

मुजफ्फरपुर। नाम- कुंदन, पिता- इमरान हाशमी, माता- सनी लियोनी यह कबूल नाम है बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर के स्नातक कक्षा के एक छात्र कुंदन का। यह तमाम बदलाव उन्होंने अपने एग्जामिनेशन फॉर्म में इंदराज किया है, कहने का मतलब है के फिल्म स्टार इमरान हाशमी ने हॉट फिल्मी अदाकारा सनी लियोनी से निकाह फरमाया है और दोनों का बेटा कुंदन, जो बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित बिहार विश्वविद्यालय में पार्ट टू का छात्र है। है।

ये बातें भले ही अजीब लग रही हों लेकिन ये वो सच है जो बिहार विश्वविद्यालय के एग्जाम पोर्टल पर दर्ज है तो यह गलत कहना कहीं से सही नहीं होगा। पूरे मामले की तफसील अब हम आपको बताते हैं। दरअसल मुजफ्फरपुर के बिहार विश्वविद्यालय के धनराज भगत डिग्री कॉलेज मीनापुर में कुंदन कुमार का नाम का एक छात्र है जिसने डिग्री पार्ट 2 के लिए अपना एग्जामिनेशन फॉर्म भरा है। इस फॉर्म में कुंदन ने डर के साथ अपनी पूरी जानकारी भरी है, जिसमें उसका एनरोलमेंट नंबर रोल नंबर नेशनलिटी मोबाइल नंबर ईमेल आईडी के साथ पूरा पता ठिकाना दर्ज है।

बात वहाँ अटक जाती है जब माता-पिता के नाम की तलाश होती है। इन खानों में कुंदन की मां के तौर पर सनी लियोनी का नाम दर्ज है तो पिता के तौर पर इमरान हाशमी का नाम दर्ज है। इस खबर से पूरी दुनिया हैरत में है कि इमरान हाशमी और सनी लियोनी ने कब शादी की और कब उनका इतना बड़ा बेटा हो गया जो डिग्री का स्टूडेंट है और वह भी मुजफ्फरपुर में। तो यह मसला बिहार विश्वविद्यालय के लिए परेशानी और चिंता का सबब बन गया है कि आखिर यह सब कैसे संभव हुआ।

कुंदन का यह एग्जामिनेशन फॉर्म न सिर्फ चर्चा का विषय है बल्कि बिहार विश्वविद्यालय के तमाम पदाधिकारियों के लिए गंभीर चिंता का कारण है, वहीं इस बात को सुनने वाले लोग बिहार विश्वविद्यालय पहुंचकर इसकी तस्दीक करने में भी जुट गए हैं। पूरा मामला फैक्ट और फिक्शन के बीच फंस कर रह गया है क्योंकि बात सच नहीं लगती है और दस्तावेज में दर्ज तथ्यों को नकारा नहीं जा सकता है। न्यूज 18 ने बिहार विश्वविद्यालय को इसकी पड़ताल की।हमने सीधी-सीधी यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ। आरके ठाकुर से बात की। उन्होंने कहा कि यह फॉर्म छात्र ने ऑनलाइन भरा है, पूरा मामला जांच का विषय है। रेज्रार ने बताया कि इस मामले को एग्जामिनेशन बोर्ड की बैठक में ले जाया जाएगा और धनराज भगत डिग्री कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र कुंदन के कॉलेज में दस्तावेजों में दर्ज तथ्यों से मिलान किया जाएगा। यदि दोनों की परिवर्तन एक होता है तो एग्जामिनेशन फॉर्म को स्वीकार किया जाएगा।

तथ्यों में अंतर पाए जाने पर कुंदन के एग्जामिनेशन फॉर्म को रद्द कर दिया जाएगा। रेज्रार डॉ। आरके ठाकुर ने यह भी कहा है कि इस मामले में विश्वविद्यालय के लीगल एडवाइजर से सलाह ली जा रही है कि इस प्रकरण का कानूनी पहलू क्या हो सकता है, वर्तमान में एरा के युग में यह खबर पूरी दुनिया में चर्चा और कौतूहल का विषय है। बना है।





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