बिहार विश्वविद्यालय में एग्जाम दे रहा है इमरान हाशमी और सनी लियोनी का बेटा!


एडमिट कार्ड जिसमें माता-पिता का नाम सनी लियोनी और इमरान हाशमी लिखा गया है

पूरा मामला बिहार के मुजफ्फरपुर से जुड़ा है, जहां ग्रेजुएशन सेकेंड इयर के छात्र ने परीक्षा फॉर्म में पिता का नाम इमरान हाशमी और मां का नाम सनी लियोनी लिखा है।

  • News18Hindi
  • आखरी अपडेट:10 दिसंबर, 2020, 10:43 AM IST

मुजफ्फरपुर। नाम- कुंदन, पिता- इमरान हाशमी, माता- सनी लियोनी। यह कबूलनामा में बिहार विश्वविद्यालय (मुजफ्फरपुर) के स्नातक कक्षा के एक छात्र का है। यह तमाम परिवर्तन कुंदन ने अपने एग्जामिनेशन फॉर्म में दिया है। कहने का मतलब है के फिल्म स्टार इमरान हाशमी ने हॉट फिल्मी अदाकारा सनी लियोनी से निकाह फरमाया है और दोनों का बेटा है कुंदन, जो बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित बिहार विश्वविद्यालय में बीए पार्ट टू का छात्र है।

ये बातें भले ही अजीब लग रही हों, लेकिन बिहार विश्वविद्यालय के एग्जाम पोर्टल पर यह दर्ज किया गया है। दरअसल, मुजफ्फरपुर के बिहार विश्वविद्यालय के धनराज भगत डिग्री कॉलेज (मीनापुर) में कुंदन कुमार का नाम का एक छात्र है। उन्होंने डिग्री पार्ट -2 के लिए अपना एग्जामिनेशन फॉर्म भरा। इसमें कुंदन ने ध्यान के साथ अपनी पूरी जानकारी भरी है, जिसमें उसका एनरोलमेंट नंबर, रोल नंबर, नेशनलिटी, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी के साथ पूरा पता-ठिकाना दर्ज है।

बात वहाँ अटक जाती है जब माता-पिता के नाम की तलाश होती है। इन खानों में कुंदन की मां के तौर पर सनी लियोनी का नाम दर्ज है तो पिता के तौर पर इमरान हाशमी का। इस खबर से हर कोई हसरत में है कि इमरान हाशमी और सनी लियोनी ने कब शादी की और कब उनका इतना बड़ा बेटा हो गया।

कुंदन द्वारा भरा गया एग्जामिनेशन फॉर्म न सिर्फ चर्चा का विषय है, बल्कि बिहार विश्वविद्यालय के तमाम पदाधिकारियों के लिए गंभीर चिंता का कारण भी बन गया है। वहीं, इस बात को सुनने वाले लोग बिहार विश्वविद्यालय पहुंचकर इसकी तस्दीक करने में भी जुट गए हैं। न्यूज 18 बिहार विश्वविद्यालय ने अपनी गिरावट को बढ़ाया। हमने सही-सही विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ। आरके ठाकुर से बात की। उन्होंने कहा कि यह फॉर्म छात्र ने ऑनलाइन भरा है और यह पूरा मामला जांच का विषय है। रेज्रार ने बताया कि इस मामले को एग्जामिनेशन बोर्ड की बैठक में ले जाया जाएगा और धनराज भगत डिग्री कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र कुंदन के कॉलेज में दस्तावेजों में दर्ज तथ्यों से मिलान किया जाएगा। यदि दोनों की परिवर्तन एक होती हैं तो एग्जामिनेशन फॉर्म स्वीकार किया जाएगा।

तथ्यों में अंतर पाए जाने पर कुंदन के एग्जामिनेशन फॉर्म को रद्द कर दिया जाएगा। रेज्रार डॉ। आरके ठाकुर ने यह भी कहा है कि इस मामले में विश्वविद्यालय के लीगल एडवाइजर से सलाह ली जा रही है कि इस प्रकरण का कानूनी पहलू क्या हो सकता है। वर्तमान में डिजिटल युग में यह खबर पूरी दुनिया में चर्चा और कौतूहल का विषय बना है।





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