
सतीश कौशिक- फेस पहनकर हम सिर्फ खुद को नहीं अपने आसपास के लोगों को भी सुरक्षित करते हैं
सतीश कौशिक (सतीश कौशिक) ने इवेंट में कहा- “ये देखकर इतना खुशी होती है कि मनीष त्रिपाठी (मनीष त्रिपाठी) जैसे लोग कोरोना महामारी के दौरान जानुकता फैला रहे हैं और अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं जबकि हम लोग अपने घरों में बंद हैं।
- News18Hindi
- आखरी अपडेट:23 दिसंबर, 2020, 6:35 PM IST
सतीश कौशिक ने की तारीफ की
सतीश कौशिक ने इवेंट में कहा- “ये देखकर इतना खुशी होती है कि मनीष त्रिपाठी जैसे लोग कोरोना महामारी के दौरान ज्ञानुकता फैला रहे हैं और अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं जबकि हम लोग अपने घरों में बंद हैं। ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को स्पष्ट बनाने के लिए। के लिए एक साथ उन्हें सशक्त करने के लिए अच्छा कदम है। ऐसे समय में लोगों को एक दूसरे के करीब लाने का भी यह सही तरीका है।]
सतीश कौशिक ने वर्क पहनने की जरूरत पर बात करते हुए कहा- “हमें ये समझना चाहिए कि वर्क पहनकर हम सिर्फ खुद को नहीं अपने आसपास के लोगों को भी सुरक्षित करते हैं।” सतीश कौशिक ने इवेंट में कहा- “इस महामारी” हमारे हिंदी फिल्म इंडस्ट्री पर बहुत बुरा प्रभाव डाला गया है। कई दिनों से फिल्मों ना रिलीज़ होने के कारण लोगों को काम नहीं मिल रहा है। इसके अलावा इस महामारी के दौर में हमने फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े इतने लोगों को खो दिया और कोरोना की गाइडलाइन्स के चलते हम। उनके अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो पाए। ये बहुत दुख की बात है। इसलिए हम एक्टर्स ने छोटे-छोटे तरीकों से लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाने की कोशिश की है। “
इशिता राज भी इवेंट में शामिल थे

(फोटो: इशिता राज के इंस्टाग्राम से)
घटना में मौजूद ‘प्यार का पंचनामा’ फेम एक्ट्रेस इशिता राज ने कहा कि जब महिलाएं खुद को इतनी शक्तिहीन महसूस कर रही हैं, ऐसे वक्त में इस तरह की पहल से वो जरूर सशक्त होंगी।
ग्रामीण महिलाओं को समर्पित है संकायों: मनीष त्रिपाठी
दरअसल डिजाइनर मनीष त्रिपाठी ने अपनी पहल ‘शहर से गांव तक’ के जरिये हजारों ग्रामीण महिलाओं को समारोह को सिलना सिखाया। मनीष त्रिपाठी ने इस घटना के दौरान कहा- “कोरोना महामारी के बाद हमने मुफ्त में निचले स्तर के लोगों को संकाय बाँधना शुरू किया। लेकिन फिर हमें लगा कि इस दौरान गरीबी रेखा से नीचे रह रहे कई लोगों ने अपनी आमदनी के सदनों को खो दिया है। ऐसे में हमने उन्हें प्रशिक्षण देना शुरू किया जिससे वे पैसे कमा सकते थे। हमने ग्रामीण महिलाओं के साथ शुरुआत की और उन्हें संकाय सिलना सिखाया। । “
मनीष त्रिपाठी की पूरी टीम 10 राज्यों से फैब्रिक इकट्ठा कर रही है, जिससे इस पहलू का निर्माण किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश खादी ग्रामोद्योग बोर्ड ने भी यूपी के हर राज्य से दो मीटर कपड़ा इस फेस को बनाने के लिए दिया है। ये फंक्शन 100 स्क्वेयर मीटर की विशाल वसीयत है। लखनऊ में योगी आदित्यनाथ 2 जनवरी को इस फैस का अनावरण करेंगे।