
एनसीबी (NCB) ने ड्रग्स रैकेट से तार जुड़े होने की शक में असिस्टेंट डायरेक्टर ऋषिकेश पवार (हृषिकेश पवार) को भी समन भेजा था। बताया जा रहा है कि समन जारी होने के बाद से वे फरार हैं। इसके बाद से एनसीबी ने जोर-शोर से उनकी तलाश तेज कर दी है।
एनसीबी (NCB) ने ड्रग्स रैकेट से तार जुड़े होने की शक में असिस्टेंट डायरेक्टर ऋषिकेश पवार (हृषिकेश पवार) को भी समन भेजा था। बताया जा रहा है कि समन जारी होने के बाद से वे फरार हैं। इसके बाद से एनसीबी ने जोर-शोर से उनकी तलाश तेज कर दी है।
अब इस मामले में एनसीबी सुशांत के एक दोस्त और असिस्टेंट डायरेक्टर ऋषिकेश पवार की तलाश कर रही है। बताया जा रहा है कि, वह गुरुवार से फरार है। सुशांत सिंह राजपूत केस में ड्रग एंगल फ्रंट आने के बाद से एनसीबी उनसे जुड़े और बॉलीवुड में फैले ड्रग्स रैडेट का पर्दाफाश करने में जुट गए थे। कई लोग एनसीबी के राडार पर आ चुके हैं। इनमें से कई लोगों की एनसीबी जांच कर रही है।
एनसीबी ने ड्रग्स रैकेट से तार जुड़े होने के शक में असिस्टेंट डायरेक्टर ऋषिकेश पवार को भी समन लाया था। बताया जा रहा है कि समन जारी होने के बाद से वे फरार हैं। इसके बाद से एनसीबी ने जोर-शोर से उनकी तलाश तेज कर दी है। ऐसी खबरें हैं कि वे सुशांत के दोस्त थे। कुछ दिन पहले एनसीबी ने बॉलीवुड एक्टर अर्जुन रामपाल से ड्रग्स मामले में हस्तक्षेप की थी। इसके बाद एनसीबी ने इस मामले में एक्टर की बहन (अर्जुन रामपाल बहन) को समन भेजा था।
हस्तक्षेप से पहले एनसीबी ने अर्जुन रामपाल के घर से कुछ प्रतिबंधित दवाओं को बरामद की थी, तो रामपाल ने बताया कि वे दवाएं उनकी बहन की हैं। उन्होंने एनसीबी को ड्रग्स का प्रिस्क्रिप्शन लेटर भी दिखाया था, जिसे बाद में फर्जी बताया गया।