शिकायत में कहा गया है कि इस वेब सीरीज का मिर्जापुर पर बुरा असर पड़ा है।
गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने ‘मिर्जापुर (मिर्जापुर)’ और अमेजन प्राइम वीडियो के मेकर्स और प्रोड्यूसर्स को एक नोटिस जारी किया।
- News18Hindi
- आखरी अपडेट:21 जनवरी, 2021, 2:05 PM IST
सुप्रीम कोर्ट ने ओटीटी प्लेटफॉर्म और सीरीज निर्माताओं से प्रतिक्रिया मांगी है। ‘मिर्जापुर’ सीरीज़ के लिए नई नहीं है, यह पिछले साल रिलीज़ होने के बाद से विवादों में घिरी हुई है। मिर्जापुर के सांसद और अपना दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष ट्रांसिया पटेल ने भी इसके खिलाफ जांच की मांग की थी। पटेल ने यह कहते हुए वेब सीरीज पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी कि यह जातीय भेदभाव फैला रहा है।
सांसद ने यह भी आरोप लगाया था कि हाल ही में अमेजन प्राइम पर जारी की गई श्रृंखला, मिर्जापुर की छवि को ‘हिंसक’ क्षेत्र के रूप में कल्पना कर रही थी। उन्होंने तब पत्रकारों से कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में, मिर्जापुर ‘सौहार्द का केंद्र’ है और इस मामले की जांच होनी चाहिए और उनकी छवि को खराब करने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। बता दें, ‘मिर्जापुर’ परिवारों, राजनीति और चुनावों में संघर्ष की एक हिंसक कहानी है। इसमें श्वेता त्रिपाठी शर्मा, पंकज त्रिपाठी अली फजल और दिव्येंदु शर्मा मुख्य भूमियाँ हैं।