
कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े किसानों ने 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकाली।
पुलिस ने आंदोलनकारियों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए और लाठीचार्ज भी किया। इस बीच कुछ किसानों ने लाल किला पहुंच कर अपना झंडा (निशान साहिब या निशान साहेब) रख दिया।
- News18Hindi
- आखरी अपडेट:26 जनवरी, 2021, 6:57 PM IST
एक्ट्रेस कंगना रनौत (कंगना रनौत) ने मामले पर प्रतिद्वंद्वी अंदाज में एक्टर दिलजीत दोसांझ और प्रियंका चोपड़ा से सफाई मांगी है। कंगना ने लिखा कि ‘दिलजीत दोसांझ और प्रियंका चोपड़ा को इसे एक्सप्लेन करने की जरूरत है। आज पूरी दुनिया हमारे ऊपर हंस रही है। यही आप लोगों को न होना चाहिए। जीत हो ’। साथ ही कंगना ने ट्वीट में लिखा कि ‘अनपढ़ गंवार मोहल्लों में किसी के घर शादी या कोई अच्छा त्योहार आ गया तो जलने वाले ताऊ / चाचा / चाची कपड़े धोना या बच्चों को आंगन में शौच करवाना या खाँसिया लगाके बीच आंगन में शराब पीकर नंगे होकर सो जाना, वही हाल हो गया है इस गंवार देश का। शर्म करो लो आज #RepublicDay ‘।
दंगों और रक्त स्नान से बीमार और थके हुए लगभग हर महीने, दिल्ली, बैंगलोर और अब फिर से दिल्ली # दिल्ली_पुलिस_लठ_बजाओ #लाल किला pic.twitter.com/pWhXtOrqkx
– कंगना रनौत (@KanganaTeam) 26 जनवरी, 2021
कंगना ने वीडियो जारी कर कहा है, ‘कैसे आज गणतंत्र दिवस के दिन लाल किले पर हमला किया गया है। खालिस्तान का झंडा लहराया गया है। ये साल पूरे देश के लिए कितना मुश्किल रहा। लेकिन आप देख रहे हैं कि कैसे पूरे देश को झुंझलाकर रखा गया है। ये लोग को जो खुद को किसान कह रहे हैं आतंकवादी हैं। जो इनको प्रोत्साहन दे रहे हैं और देते आए हैं। सबका तमाशा बनाकर रख दिया है। इसके बाद दुनिया में हमारी इज्जत नहीं रही। जब भी देखो हम गंवारों की तरह, जब दूसरे देश का कोई आता है, हम बस नंगे होकर बैठ जाते हैं। ये देश का कुछ नहीं होने वाला है। देश कहीं नहीं जा रहा है। कोई भी देश को एक कदम आगे ले जाता है ये 10 कदम पीछे ले जाते हैं। मैं तो कहूंगी उन सबको जेल में डालो जो इस कथिअत किसान आंदोलन का सपोर्ट कर रहे हैं। उनकी संपत्ति और कमाई के पूरे संसाधन छीने जाने चाहिए। देश की सरकार, सुप्रीम कोर्ट सब मजाक बनकर रह गई है। ‘

(फोटो साभार- ट्विटर स्क्रीनशॉट)
कंगना के अलावा एक्ट्रेस गुल पनाग ने कहा कि ‘किसी भी हाल में तिरंगे का अनादर नहीं किया जा सकता है। ये वैश्य। निंदा की होनी चाहिए। मैंने पहले दिन से सुरक्षा प्रोटेस्ट का समर्थन किया है, यह हिंसक मोड़ निंदनीय है। इस पवित्र दिन पर, केवल भारत के तिरंगे झंडे को लाल किले के ऊपर लहराना चाहिए ‘।
बता दें कि लगभग दो महीने से कृषि कानून के खिलाफ होने वाले किसान आंदोलन का कंगना रनौत विरोध कर रहा है और कृषि बिल का समर्थन, वहीं वास्तुकार दिलीजत दोसांझ और प्रियंका चोपड़ा ने किसानों के समर्थन में सुधार किए थे। प्रियंका ने लिखा था- किसान तो हमारे सैनिक हैं। उनके हर डर को खत्म करना जरूरी है। उनकी उम्मीदों का पूरा होना जरूरी है। लोकतंत्र होने के नाते हमारी जिम्मेदारी है कि ये विवाद जल्द सुलझ जाए।