
पिछले दीनों कई वेब सीरीज अपने वशिस्मित कंटेंट के चलते सुर्खियों में आई। जिसके बाद वेब पर खाचन की मांग तेज होने लगी है। इसी सवाल पर अपनी बात रखते हुए बदीदीता ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि हमें कस्सी एडल्ट को ये बताना चाहिए कि क्ये उन्हें ये देखना चाहिए और नहीं करना चाहिए। मुझे कभी भी अनुभूति समझ नहीं आई और मैं इसके हमेशा खिलाफ रही हूँ। लेकिन ये बात भी सही है कि मेकर्स, एक्टर्स को भी अपनी जिमाम कैंपेन समझनी चाहिए। ‘
बदीदीता ने आगे कहा, ‘क्षिप की जरूरत नहीं है लेकिन सिर्फ कंट्रोवर्सी करने के लिए धार्मिक भावनाओं को भड़काना या सॉफ्ट घड़ी जैसी चीजें कंटेंट के नाम पर परोसना भी गलत है। इसकी जियर्मम खुद मेकर्स को और एक्टर्स को लेनी चाहिए। ‘
फीलम ‘फौजी कॉलिनंग’ का एक सीन।
वहीं अपनी फिल्मों की ‘फौजी कॉलिंग’ पर बदीता बताती हैं कही वो इस रोल के लिएट भले ही कसीस फौजी पत्ती से नहीं नहीं मिलीं लेकिन वे उनके जमाने की तरह कई परिवार देखते हैं, जयंती ने अपने बेटे फौज को भेजा है। बिदिता ने कहा, ‘हम सब तो सिर्फ देशभक्ति की बातें करते हैं, असली देशभक्ति तो उन जवानों की और उनके परिवारों की होती है, जो इसे न ही अहतेते हैं।’
वहीं फ़िल्मम में अपनी बेटी का कयिरदार न्हाभा रही नन्हीं एक्ट्रेस के बारे में बिदिता ने कहा, ‘मैंने कई छोटे कलाकारों के साथ फिलमों में कामम की काम किया है, लेकिन ये फिल्म पची होशियार थी। इसे हमारे भी डायलॉग याद थे। मैं जब इसकी उम्र की थी तो शायद उस समय सही से अपना नाम भी नहीं बता पाती होगी, लेकिन ये प्रशिक्षणची बहुत कॉन्स्टिडेंट है। ‘