
तारक मेहता का उल्हाट चित्र एकमा एक से।
‘तारक मेहता का उलिचित चित्र’ (तारक मेहता का उल्टा चश्मा) के जेठालाल चंपकलाल गड़ा (जेठालाल चंपकलाल गदा) बुरी तरह कर्जे में डूब गए और अब अपनी दुकान बेच कर गांव जाने की तैयारी कर रहे हैं।
- News18Hindi
- आखरी अपडेट:22 फरवरी, 2021, 10:46 PM IST
धारा ‘तारक मेहता का उलिचित चित्र’ में जेठालाल लॉकडाउन की वजह से त्रस्त हो गए हैं। जेठालाल के गड़ा इलेक्ट्रॉनिक्स का व्यवसाय भी कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चपेट में आ गया है और उनमें उगाने वाली धूप में भारी नुकसान हो गया है। लॉकडाउन में जेठालाल एक मार्कर को क्रेडिट पर बड़ा आर्डर हिसार करते हैं। कोरोना के कारण लॉकडाउन में उनकी दूकान बंद रहने के कारण सभी व्यवहार रुक जाते हैं और उनकी पेमेंट भी अटक जाती है। लॉकडाउन खुलने के कुछ दिनों बाद जब जेठालाल उस मार्कर को पेमेंट के लिए फोन करते है तो वह मार्कर जेठालाल को पेमेंट देने से साफ इंकार कर देता है। इतना ही नहीं बल्कि वह चरित्र जेठालाल को खुद के ही नुकसान की बातें सुनाता है।

तारक मेहता का उल्हाट चित्र एकमा एक से।
एक तरफ, लॉकडाउन के पहले जेठालाल ने दुकान में जो सामान भर रखा था उसका पेमेंट तो जेठालाल को करना ही पड़ा। दूसरी ओर लॉकडाउन के दरम्यान यह जो क्रेडिट पर सामान बेचने से उसका पैसा मिलाना मुश्किल हो गया है। जेठालाल की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। गड़ा इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए चल रहा है।
इस सीरियल के नए प्रोमो में दिचया गया है कही जेठलाल अब बापूजी से अपनी दुकान बेचकर लेनदारों का कर्ज चुकाने और गांव जाने की बात कर रहे हैं। वहीं जेठालाल के मुंह से ये सब सुनकर गोकुलधाम वाले चौंक जाते हैं। अब देखना यह होगा कि गड़ा इलेक्टट्रोनिआइक्स पर सच में ताला लग जाएगा, क्या जेठा लाल इस मुसीबत से न तो काबू करेंगे।