
गुड़ी पड़वा पर माधुरी दीक्षित ने दी जीत। (फोटो साभार: madhuridixitnene / Instagram)
गुड़ी पड़वा (गुड़ी पड़वा) पर्व महाराष्ट्र में धूम धाम के साथ मनाया जाता है। इस साल फिर कोरोना प्रकोप फैलाने पर माधुरी दीक्षित (माधुरी दीक्षित) ने जल्द ही दिनों की प्रार्थना करते हुए पुराने दिनों को याद किया।
टाइम्स से बात करते हुए माधुरी दीक्षित ने बताया कि ‘गुड़ी पड़वा हमारा नया साल होता है। यह वसंत के आने और नई शुरुआत का प्रतीक है। यह दिन काफी शुभ होता है। मेरी मां रत्नागिरी (महाराष्ट्र के कोंकण इलाका) से हैं और गुड़ी पड़वा की मेरी सबसे पुरानी स्क्रिप्ट मेरे उसी शहर से जुड़ी है। रतनागिरी में मेरा नाना-नानी का घर है। मुझे याद है कि मैं देर शाम रत्नागिरी में अपने नानी के घर पहुंचती हूं और हमारी गुड़ी पड़वा की सुबह कोयल के कूंकने से होती थी। ‘
वह आग कहती हैं- ‘वह सब बेहद खूबसूरत थी। आप जिस शहर में पैदा होते हैं, पले-बढ़े होते हैं तो वहां की हर बात आपके लिए बहुत मायने रखती है। अपने कजिन के साथ हम गुड़ी के लिए बांस चुनने बाहर निकलते हैं, फिर गुड़ी की पूजा फूल और चीनी से बने सामान से करते हैं, सूरज डूबने पर गुड़ी को नीचे के बारे में आते हैं ‘।
माधुरी ने आज बताया कि आज का दिन अपने परिवार के साथ बिताएगी। इसके साथ ही एक्ट्रेस कहती हैं कि ‘कोविड -19’ ने जीवन को अस्त-व्यस्त करके बनाए रखा है। लोग कई तरह की कठिनाइयों से जूझ रहे हैं। ईश्वर से यही प्रार्थना है कि आने वाले साल शांति, एकता और व्यवहार से भरे हों। सभी से मेरी गुजारिश है कि कपड़े पहने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूर करें। हम सही काम करने की कोशिश करते हैं और सभी को नए साल की शुभकामनाएं देते हैं। बता दें कि माधुरी दीक्षित इन दिनों टीवी पर फेमस रियलिटी डांसिंग शो ‘डांस दीवाने’ में जज की भूमिका निभा रही हैं।