गोलू गोल्ड का भोजपुरी गाना ‘जइह s जनी बंगाल पिया’ मचा रहा है धमाल, खेसारी लाल के ‘बंगलिया’ से कम नहीं!


भोजपुरी में बंगाली महिलाओं को लेकर कई ताथतोड़ गाने (भोजपुरी सॉन्ग) रिलीज हो रहे हैं, जो यूट्यूब (Youtube) पर धमाल मचा रहे हैं। खेसारी लाल यादव (खेसारी लाल यादव) और पाखी हेगड़े (पाखी हेगड़े) अभिनीत ‘बंगलिया’ (बंगालिनिया) के बाद भोजपुरी सिंगर (भोजपुरी सिंगर) राउंडू गोल्ड (गोलू गोल्ड) का भी ‘जइह s जानी बंगाल पिया’ (जयहानी जानी बंगाली) रिलीज हो गई है

गोलू गोल्ड का ये गाना तोड़ डाला सबका रिकॉर्ड | वीडियो – जइह s जनी बंगाल पिया | भोजपुरी नए गाने 2021 | पश्चिम बंगाल में इन दिनों चुनावी सरगर्मियां तेज हैं, तो दूसरी ओर नवरात्रि का भी माहौल है। लेकिन इस बीच भोजपुरी में भी बंगालन महिलाओं से जुड़े गाने ताथतोड़ रिलीज हो रहे हैं। खेसारी लाल यादव (खेसारी लाल यादव) और पाखी हेगड़े (पाखी हेगड़े) का ‘बंगलिया’ (बंगालिन्य) सॉन्ग जहां धमाल मचा रहा है, जिसमें अंतरा सिंह प्रियंका (अंतरा सिंह प्रियंका) की भी आवाज है। वहीं अंकुश राजा (अंकुश राजा) का ‘फंसाली बंगलिया’ (फांसली बंगालिन्य) भी तेजी से वायरल हो रहा है। ऐसी ही बंगाली महिलाओं से जुड़ा एक गाना ‘जइह s जनी बंगाल पिया’ (जय जानी बंगाल पिया) रिलीज हुआ है, जिसे गोलू गोल्ड (गोलू गोल्ड) ने गाया है।

गोलू गोल्ड के इस गाने को वेव म्यूजिक भोजपुरी (वेव म्यूजिक भोजपुरी) ने अपने यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया है। गाने में गोलू गोल्ड के साथ अंतरा सिंह प्रियंका की आवाज है, जिसे सुनील सागर (सुनील सागर) ने लिखा है संगीत एडीआर आनंद (Adr Anand) ने दिया है। वीडियो के डायरेक्टर सुशांत चंदन हैं। गाने का वीडियो बहुत ही सिम्पल अंदाज में फिल्माया गया है, जिससे यह बिल्कुल वास्तविक लगता है। बोल्ड अंदाज से इतर त्रिशा कर मधु (तृषा कर मधु) का अंदाज भी काफी प्रभावशाली है। कोरस में डांस करने वाले मॉडल्स भी अच्छे लग रहे हैं।

यूट्यूब वीडियो

इस गाने को अब तक 5 लाख से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं। वहीं 8 हजार से ज्यादा लोगों ने यूट्यूब पर इस गाने को लाइक किया है। बात कमेंट की करें तो गोलू गोल्ड के फैन्स को यह गाना ठीक लग रहा है, जिसका धुन पारंपरिक अंदाज वाला है। बता दें कि पहले के जमाने में कमाई के लिए लोग पूरब दिशा यानी कोलकाता का रुख करते थे। उस दौरान बंगलिंग महिलाओं के बारे में कहा जाता था कि वह अपने सौन्दर्य से भोले-भाले लोगों को फंसा लेती थी। भोजपुरी के शेक्सपियर कहे जाने वाले भिखारी ठाकुर (भिखारी ठाकुर) के नाटक ‘बिदेशिया’ (बिदेसिया) में भी इस मुद्दे को दिखाया गया है।








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