
30 अप्रैल तक सभी तरह की शूटिंग को रोक दिया गया है।
महाराष्ट्र में लॉकडाउन (महाराष्ट्र में लॉकडाउन) के बाद फिल्म इंडस्ट्री में दिहाड़ी पर काम करने वाले लोगों की रोजी रोटी पर संकट आ गया है। फिल्म उद्योग (फिल्म उद्योग) ने 15 दिन के लॉकडाउन नियम मानने में अपनी सहमति तो जताई है लेकिन FWICE की तरफ से सीएम उद्धृतव ठाकरे से एक मांग की गई है।
महाराष्ट्र में लॉकडाउन (महाराष्ट्र में लॉकडाउन) के बाद फिल्म इंडस्ट्री में दिहाड़ी पर काम करने वाले लोगों की रोजी रोटी पर संकट आ गया है। फिल्म उद्योग (फिल्म उद्योग) ने 15 दिन के लॉकडाउन नियम मानने में अपनी सहमति तो जताई है लेकिन इसके साथ ही उन्होंने सीएम से उन्होंने डेली वर्कर्स को आर्थिक सहायता देने की मांग की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पश्चिमी भारत सीनेट एमाइज (एफडब्ल्यूआईसीई) से जुड़े अशोक दुबे (अशोक दुबे) ने इस मामले पर कहा कि हम कर्फ्यू का पालन करने जा रहे हैं। 30 अप्रैल तक सभी शूटिंग को रोक दिया गया है, लेकिन हम चाहते हैं कि सरकार हमारे डेली वेज वर्कर्स की आर्थिक मदद करे, जैसे अन्य लोगों को भी मिल रही है।
उन्होंने कहा कि हमारे पास एक पूरी लिस्ट है, जिसमें सभी के बैंक खातों की डिटेल दी गई हैं। हम यह लिस्ट सरकार के साथ शेयर कर सकते हैं। शूटिंग रुकने या होल्ड पर रहने पर उद्योग के डेली वेज वर्कर्स की रोजी रोटी स्टड पर लगी है। हम एक और पलायन परिदृश्य नहीं चाहते, इसलिए सीएम से अनुरोध करते हैं कि वह हमारे उद्योग वर्कर्स की भी उसी तरह मदद करें जैसे की अन्य सेक्टर्स में कर रहे हैं ।इसके साथ ही अशोक दुबे ने यह भी कहा कि हम चाहते हैं कि सरकार हमें उन सेट्स का निर्माण करने की अनुमति दे, जिनका काम लॉकडाउन के कारण में ही छूट गया है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि सेट पर काम करने वाले हमारे लोग काम पूरा होने तक वहाँ रहें और कोविड -19 के उचित अभ्यास का भी पालन करें।