
अमरीश पुरी पर बायोपिक बनाएंगे वर्जन पुरी। (फाइल फोटो)
अमरीश पुरी (अमरीश पुरी) एक ऐसा नाम जो अपनी दमदार अदायगी से दर्शकों के बीच खौफ कायम करने में कामयाब रहा। फिल्म मिस्टर इंडिया (मिस्टर इंडिया) का उनका डायलॉग ‘मोगैम्बों खुश हुआ’ आज भी लोग बोलते सुने जाते हैं।
ओउमूल: अमरीश पुरी (अमरीश पुरी) हिंदी सिनेमा के सबसे कामयाब और महंगे विलेन माने जाते थे। अमरीश पुरी की भारी भरकम आवाज़ और उनका लुक के साथ-साथ संवाद अदायगी ऐसा था कि लोग डर जाते थे। अपने शानदार डायलॉग ऑफर की वजह से हिंदी फिल्म में तहलका मचाने वाले अमरीश आज हमारे बीच नहीं है। 12 जनवरी 2005 को मुंबई में ब्रेन हैमरेज की वजह से उनका निधन हो गया था। अमरीश पुरी के पोते वर्धन पुरी (वर्धन पुरी) अपने दादा की जिंदगी पर बायोपिक बनाने की तैयारी कर रहे हैं। अमरीश पुरी के जीवन की अंतिम फ़िल्मम ‘वोना’ थी, जो उनके निधन के बाद रिलीज़ हुई थी। अमरीश पुरी ने हिंदी फ़िल्मों के साथ-साथ कई विदेशी फ़िल्मों में भी काम किया था। उन्हें उन्होंने आंतरिक फिल्मों में ‘गांधी’ में ‘खान’ की भूमिका निभायी थी जिसके लिए उनकी खूब तारीफ हुई थी। अमरीश पुरी के पोते वर्धन पुरी एक्टर के साथ-साथ राइटर भी हैं। घड़ीबॉय की रिपोर्ट के मुताबिक, वर्धन ने अपने दादा अमरीश पुरी पर की बायोपिक लिखने और उसमें एक्टिंग करने को लेकर कहा, ‘ऐसी अफवाहें थीं कि अनुराग बसु और रणबीर कपूर मेरे दादा के जीवन में एक बायोपिक बनाना चाहते थे। मैंने इसके बारे में अभी तक सुना है और मैं नहीं जानता कि बहुत सही बात है। लेकिन जब इसके बारे में मेरे पास फोन आया तबसे मैं इसके बारे में सोच रहा हूं। उनके जीवन पर एक फिल्म लिखने का बहुत अच्छा विचार है और मैं अपने परिवार से इस बारे में बात कर रहा हूं। मेरा परिवार भी इसे लेकर काफी उत्साहित है। मुझे आशा है कि एक दिन अमरीश पुरी की बायोपिक बना पाऊंगा ‘। अमरीश पुरी ने फिल्म इंडस्ट्री को अपने लगभग 35 साल दिए। इन वर्षों में उन्होंने एक से बढ़कर एक फिल्मों में अभिनय किया। लगभग 400 से अधिक फिल्मों में अमरीश पुरी ने अपने अभिनय की अमित छाप छोड़ी है। उम्मीद है कि बायोपिक से दर्शकों को उनके जीवन के बारे में और अधिक जानकारी मिल पाएगी।