ट्विंकल खन्ना ने दान किया 250 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स, कोरोना से जंग में लगातार कर रहे हैं देश की मदद


ट्विंकल खन्ना अपने पतिओ के जरिये को विभाजित -19 पीड़ितों की मदद कर रही हैं (फोटो साभार- इंस्टाग्राम / ट्विंकल खन्ना)

बॉलीवुड (बॉलीवुड) इस समय को विभाजित -19 (Covid-19) पीड़ितों की मदद के लिए मिल-जुल कर काम कर रहा है। अब सोशल मीडिया पर ट्विंकल खन्ना (ट्विंकल खन्ना) ने जानकारी दी है कि उन्होंने 250 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स (ऑक्सीजन एकाग्रता) फिर दान किए हैं।

नई दिल्ली: कोविद -19 (कोविद -19) महामारी की दूसरी लहर ने देश को झकझोर कर रख दिया है। इसके कारण लाखों लोग अपनी जिंदगी गवां चुके हैं। आम से लेकर खास लोग तक, कोविद -19 पीड़ितों के लिए कुछ-न-कुछ करने की कोशिश कर रहे हैं। बॉलीवुड (बॉलीवुड) भी अब इसमें पीछे नहीं है। कई बड़े स्टडों की मदद को आगे आए हैं। वे अपने हिसाब से ऑक्सीजन सिलेंडर, दवाइयां और अस्पताल में बिस्तर दिलवाने के काम में लगे हुए हैं। कई स्टार्स ने सोशल मीडिया (सोशल मीडिया) के जरिये जरूरतमंदों की मदद करने का फैसला किया है। हाल में अक्षय कुमार (अक्षय कुमार) ने 100 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स (ऑक्सीजन केंद्रित) दान करने का फैसला किया था। अब एक्टर की पत्नी ट्विंकल खन्ना (ट्विंकल खन्ना) ने मदद का हाथ आगे बढ़ाया है। अक्षय कुमार के बाद ट्विंकल खन्ना ने भी दान किया है। एक्ट्रेस ने कुछ देर पहले ही, अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से जानकारी दी है कि उन्होंने ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स के 250 यूनिट फिर से दान किए हैं साथ में, एक्ट्रेस ने 5,000 नोज एंटनी भी दान किए हैं। एक्ट्रेस ने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने अपने एनजीओ (एनजीओ) को मिले फंड से यह कहा काम किया है। इसके लिए एक्ट्रेस ने सभी का शुक्रिया अदा किया है। एक्ट्रेस ने लिखा, ‘मुझे खुशी है कि लोगों ने मेरे इस नेक काम में साथ दिया।’

(फोटो साभार- इंस्टाग्राम / ट्विंकल खन्ना)

देविका फाउंडेशन के साथ मिलकर एक्ट्रेस ने यह नेक काम किया है। इससे पहले, एक्ट्रेस सुष्मिता सेन ने दिल्ली के एक अस्पताल के लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर दिलवाने में मदद की थी, जिसके बाद लोगों ने एक्ट्रेस की खूब तारीफ की थी। बता दें कि ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर हवा से ऑक्सीजन को अलग करता है। कंसेंट्रेटर हवा में से ऑक्सीजन को बाकी गैसों से अलग करके सिलेंडर में स्टोर कर देता है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि ऑक्सीजन सिलेंडर को बार-बार रिफिल करने की जरूरत खत्म हो जाती है। इन रोगियों को 95 प्रतिशत तक शुद्ध ऑक्सीजन उपलब्ध है।








Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *