बंगाल हिंसा पर नाराज कंगना रनौत, रो-रोकर कर रहे राष्ट्रपति शासन की मांग


कंगना रनौत की भारत सरकार को सलाह (फोटो साभार: kanganaranaut / Instagram)

कंगना रनौत (कंगना रनौत) एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। बंगाल हिंसा (बंगाल हिंसा) पर पोस्ट करने पर कंगना के ट्विटर अकाउंट को सस्पेंड कर दिया गया है। अब कंगना ने इंस्टाग्राम का सहारा लिया और बंगाल हिंसा के बारे में बात करते हुए रो पड़ीं।

मुंबई: बंगाल चुनाव में बीजेपी की हार और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की जीत के बाद से कंगना रनौत (कंगना रनौत)) लगातार विवादित बयानबाजी कर रहे हैं। बंगाल की तुलना कश्मीर से करने और ममता बनर्जी को खून की प्यासी ताड़का बोल देने के बाद अब भारत सरकार को राष्ट्रपति शासन लगाने की सलाह दे रखी है। कंगना का ट्विटर अकाउंट सस्पेंड कर दिया गया है, तो अब कंगना ने इंस्टाग्राम अकाउंट का सहारा लेते हुए रो-रो कर अपना दर्द बयां किया। कंगना रनौत ने इंस्टाग्राम पर अपना एक वीडियो शेयर किया है। कंगना ने भारत सरकार को मैसेज दिया है। इस वीडियो में कंगना रनौत रोते हुए नजर आ रही है। कंगना इस वीडियो में बोल बनी हुई हैं कि ‘दोस्तों हम सब देख रहे हैं कि बंगाल से लगातार डिस्टर्ब करने वाली खबरें आ रही हैं। लोगों के म आदेश हो रहे हैं, गैंगरेप हो रहे हैं। घरों को जलाया जा रहा है। कोई भी लिबरल कुछ नहीं कह रहा है। बीबीसी वर्ल्ड, टेलीग्राफ, टाइम नो इंटरनेशनल पेपर इसको कवर नहीं कर रहा है ‘। उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे समझ नहीं आ रहा है कि यह इंडिया के खिलाफ कॉस्पिरेसी है। क्या करना चाहते हैं वे हमारे साथ हैं। क्या हिंदू खून बह रहा है? क्यों डर गए हैं देशद्रोहियों से तो..देशद्रोही देश चले गएंगे क्या? मुझे पता है आंतरिक कब्ज है, हम लोग बुरी तरह से फंसे हुए हैं। लेकिन इस वक्त पर जब प्रेसिडेंट रूल की जरूरत है … जवाहर लाल नेहरू में 12 बार प्रेसिडेंट रूल लगाया था, इंदिरा गांधी ने 50 बार लगाया था..मनमोहन सिंह ने 10-12 बार लगाया था..तो हम किससे बच रहे हैं? ..इस देश को क्या देशद्रोही चलाएंगे …. मासूमों की हत्या होगी और हम सिर्फ धरना देंगे..मैं अपनी सरकार को कहना चाहूंगीं कि जल्द से जल्द कड़ा कदम उठाएंगे ‘।

कंगना रनौत का ट्विटर अकाउंट भी इसी तरह के पोस्ट करने की वजह से सस्पेंड कर दिया गया है। कंगना के फैंस उनके समर्थन में उतर आए हैं तो वहीं एक्ट्रेस ट्रोल भी बने हुए हैं।








Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *