लाइफ़ सेले नें बक्सर में गोविंदा भारती के लिए खतरनाक है (फ़ोटो साः इंस्टाग्राम/शेखर सुमन/उर्मिला मातोंडकर) ️️️️️️️️️️️️️️️️️️️
बॉर्डर सोमवार
ट्विटर प्रिंटशॉट
इस घटना परमीला ने मातोंडकर ने, ‘मैं बेपनाह अंधेरों को सुबह कैसे कहूं, मैं इन नजरों का अंधा तमाशबीन नहीं। 100 से ज्यादा शव गंगा में बहा दिया गया। दुखद, क्रूर, अमानवीय विश्वास से परे। ओम शांति। # भारत दरअसल, कोरोना के नेतृत्व में मरने वाले लोगों को अंतिम संस्कार के लिए शमशान और कब्रगाह नसीब नहीं हो रहे हैं, जिनकी सबसे भयानक पृष्ठभूमि बिहार के बक्सर में देखने को मिली। बता दें कि सोमवार को सोमवार को कई गंगा नदी के किनारे बहती दिखाई दी थीं।
(फोटो साभार: ट्विटर / शेखर सुमन)
ट्वीकल, श्रेक सुमन ने लिखा है, ‘संशोधन के लिए 150 से अधिक आध जल शरीर में गंगा नदी में स्वच्छ है। अगर यह ‘प्रलय’ नहीं है, तो क्या है? हम इसके लायक नहीं हैं। यह भयानक भगवान हमें इस तबाही से बचते हैं। ‘ वहीं, दिव्येंदु शर्मा लिखते हैं, ‘शवास को गंगा में तैरते हुए देखा गया है। हम कहां से कहां आ गए … ज्यादातर राज्यों की तरह, अब बिहार भी संकट से गुजर रहा है। हम आपातकालीन स्थिति में हैं।