
कोविड 19: अली असगर की अनोखी मदद। (फोटो साभार: किंगालीसर / इंस्टाग्राम)
कोरोना महामारी (कोरोना महामारी) से सामना में जुटे डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ का दर्द अली असगर (अली असगर) ने समझा। एक्टर अस्पताल में जाकर उन्हें हंसा कर रिलैक्स करने की कोशिश कर रहे हैं।
मुंबई: कोरोना महामारी (कोरोना महामारी) से जहां पीड़ित और उनके घरवाले परेशान हैं, उनसे अधिक डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ। युद्ध स्तर पर इलाज करने में जुटे डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ एक तरफ की खुद की सुरक्षा दांव पर लगाए गए हैं तो दूसरी तरफ पीड़ितों की देख रेख में ही सुबह से शाम हो रही है। लगातार काम में जुटे होने पर जाहिर सी बात है कि इनका तनाव भी अधिक है। इस तरह के प्रकार में वे टाइप करते हैं जैसे कि वे इस प्रकार से व्यवहार करते हैं- इस प्रकार से वे टाइप करते हैं जैसे कि वे अलग-अलग प्रकार के होते हैं I ऐसे में अली असगर (अली असगर) का सच में निराली और काबिले तारीफ है। कॉमेडियन अली असगर (अली असगर) I अली ने बताया कि वह अस्पताल में जाकर हेल्थ वर्कर्स को इंटरटेन कर रहे हैं। ये . मुझे मुंबई के सियान अस्पताल में यंग इंटर्न्स, डॉक्टर्स, नूर और बाकी हेल्थ वर्कर्स को होस्ट करने का मौका मिला। मैंने एक ऑडिटोरियम में उनके लिए परफॉर्म किया। कुछ डॉक्टर्स ने गाना गाया है। जो वहां के डीन थे उन्होंने मोटिवेशनल स्पीच दी जिसमें उन्होंने इस महामारी के दौर में मेडिकल फैटर्निटी पर किस तरह का दबाव पड़ रहा है इसके बारे में बताया ‘।
अली ने कहा, डॉक्टर्स लगातार काम करके थक जाते हैं और उनका तनाव दूर नहीं हो सकता। वह अपने परिवार के पास भी नहीं जा सकता है तो ऐसे मौके पर उन्हें आतंकी करना अच्छा लगा। मुझे ऐसा लगा कि इस महामारी में कुछ अच्छा करने का ये मेरा कॉन्ट्रिब्यूशन था। मैंने अपने देश के लिए कुछ दिया।’अली ने कहा, ‘लॉकडाउन में ये दूसरा ईद है। ऐसा लगता है कि जीवन में बाधा है। पिछले साल कुछ उम्मीद थी और किसी को को विभाजित की दूसरी और तीसरी लहर के बारे में नहीं पता था। अब तो ये हालत है कि ऐसा लगता है कि आज हम बच गए, आज का दिन निकल गया ‘।
