‘साथ में खराब भी’,


मुंबई। कोरोना का कहर खत्म हो गया था जब तूफान ‘टाकाते’ (चक्रवात तौकते) ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया था। फ़्रीक्वेंसी और आँकड़ों को सहेजा गया है। संकट की घड़ी जल्द ही खत्म हो जाएगी, जो अब ये दे कर रहे हैं। बैटरी के महानायक (अमिताभ बच्चन) को भी बेहद मुश्किलों में ‘बाजी’ में हरिवंश राय बच्चन (हरिवंश राय बच्चन) की ड्राइवर सलाह आ रही है। यह हमेशा के लिए साझा किया गया है। बच्चन (अमिताभ बच्चन) सोशल मिडिया पर… तूफान और टाउते के कहर के बीच में एक बार ऐसा होगा, जैसा कि वे मानसून में दिखाई देते हैं। सोशल मीडिया पर सोशल मीडिया पर बाबूजी की कविता शेयर होती है जिससे यह भी खराब हो जाता है। सोशल मीडिया ने लिखा- ‘बाजी के शब्द, बार बार बार में ऐसी समस्या की समस्या में। लिखाई मेरी, लेखनी’। उन्होंने कहा, ‘साथी के साथ कभी भी” ‘साथी, साथ नत भी दु:ख! कलने डू: ख्रीश, ख़ूबी खुश भी! साथी के साथ दोस्त:ख भी! जब परवशता का अनुभव अशरु मिस्त्री नीरव, विवि में विश्व में भविष्य भवक्षम भी! साथी के साथ दोस्त:ख भी! यह कहु देनदारी-सुघरताया विरक्त, या बस् जड़ता, सुखों से, फ़्लदों से, जीवन का रुख भी! साथी के साथ दोस्त: ख भी!’ महानायक का ये पोस्ट सोशल मीडिया पर चला गया। पसंद को यह पसंद है। बता इसी तरह के संतुलन के लिए हम यहां तक ​​​​हैं। अपने आगे की जानकारी के लिए लॉग इन करें। हाल

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