सुशांत सिंह राजपूत की हत्या के एक पर्दा हटा। (फाइल फोटो)
डेटाबेस के बारे में पता, चलने वाले को पता चला कि सुशांत की पहचान, इसके . सुशांत के चचेरे भाई मनोज सिंह अब अच्छी तरह से सुंदर हैं और खुद को अच्छी तरह से लिख रहे हैं। ️️️️️️️️️️️️
पूर्णिया। ️ चर्च️ बॉलीवुड️️️️️️️️️️️️️️️️️ ️ 14 जून 2020 को मुंबई में बैठने के लिए फेंडे से चलने वाले सभी बैलेंस पर थे। ️️️️️️️️️️️️️️️ इस जांच की जांच की गई थी, तब तक सूज की जांच की गई थी।
जानकारों के मुताबिक़ आज भी
सुशांत सिंह राजपूत के गांव पूर्णिया के मल्लडीहा में मित्र और मित्र भी काम की व्यवस्था में हैं। सुशांत सिंह राजपूत के चचेरे भाई पन्ना सिंह एक ही हैं। उन लोगों में से वे पहचानते हैं जो वे मिटाते हैं, यां विसुअल सुशांत के चचेरे भाई मनोज सिंह अब प्रेजेंटर नरेंद्र मोदी से खुश हैं कि वह खुद को अच्छी तरह से लिखते हैं। आज भी सुशांत को रोशनी परिजन हैं। वे लोग थे जो 12 मई 2019 को सुशांत सिंह राजपूत अपना गांव मल्लडीहा था तो पूरा गांव दिवाना था। जानकारों के मुताबिक़ आज भी।
राजनयिक का जीतते हैं सुशांत के मित्रसुशांत के दोस्त ओंकार सिंह, रोशन सिंह ने कहा कि सुशांत खुद भी इंसान नहीं था। वह लोगों का उत्तेजन था। धूप में ‘छिछोरे’ और ‘हैंडेड है’। फिर खुद को बनाना और खुद को कैसे बनाए रखना है। उनकी मृत्यु के रहस्य को छुपाया गया है। राजनीतिक