
मुंबई। सविता बजाज (सविता बजाज) संकट से जूझ रहे हैं। वे पे-पाई को मोहताज हैं. सविता कुछ समय के लिए नियमित रूप से काम करते हैं। मुसीबत में हैं। आज तक सविता ने कहा कि ‘मेरी स्थिति खराब है। खर्च कम हो गए थे। बैंक में बस 35:30 बजे, वो भी बाहर निकल गया। आज तक सविता ने कि, ‘गला घोंटकर मार मारते’, मैं जिंदा हूं जीवन जीते। अच्छा है कि मैं मर जाऊं। इस दुनिया में मेरा कोई नहीं है, जो मेरी देखरेख करे।’ स्ट्रेच️ स्ट्रेच️ एंबुलेंस️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️ हैं हैं हैं हैं हैं उन पर हमला करने से पहले ️️️️️️️️️ हैं हैं हैं! रोग के रोगाणु रोगाणु रोगाणु रोगाणुओं को संक्रमित करते हैं।
सविता जैसी बीमारियों से निपटने के लिए… जब तक यह समस्या नहीं होगी तब तक यह जरूरी है जब तक यह समस्या न हो। ‘निशांत’, ‘नजराना’ और ‘बेटा हो तो डिफॉल्ट’ और ‘नुक्कड़’, ‘माइका’ ‘कवच’ जैसे टीवी टीवी में काम करते हैं।
सविता ने बदल दिया है, राइट्स बदल रहा है और CINTAA (सिने एंड टेलीविजन प्रसारण) की दिशा से जो मदद मिल रही है, ठीक उसी तरह से बदल रहा है। जब तक वे सक्षम हों, तब तक 2 हजार और CINTAA से 5 हजार रुपये की अर्थव्यवस्था को मदद मिलेगी। बढ़ती उनकी
परिसर ने अपना संकट सुनाते हुए कहा, ‘ध्यान रखने वाला कोई नहीं। 25 अपडेट होने के बाद यह सही नहीं होगा। मैंने
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