
स्वरा भास्कर।
स्वरा भास्कर (स्वरा भास्कर) ने कहा, ‘मैं यहां कलाकार के तौर पर आई हूं और देश के नागरिक के तौर पर उन लोगों का प्रतिनिधित्व करती हूं, जो शहरों में पले-बढ़े लेकिन कभी गांव नहीं गए।’ भास्कर ने कहा कि सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ लड़ाई, देश के हर नागरिक की लड़ाई है।
- News18Hindi
- आखरी अपडेट:9 जनवरी, 2021, 11:51 PM IST
प्रदर्शन स्थल पर किसानों को संबोधित करते हुए भास्कर ने कहा, ‘मैं यहां कलाकार के तौर पर आई हूं और देश के नागरिक के तौर पर उन लोगों का प्रतिनिधित्व करता हूं, जो शहरों में पले-बढ़े लेकिन कभी गांव नहीं गए।’ भास्कर ने कहा कि सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ लड़ाई, देश के हर नागरिक की लड़ाई है।
उन्होंने कहा, ‘मैं पूरे देश की तरफ से आप सभी का धन्यवाद करता हूं कि इस प्रदर्शन के माध्यम से आप हमारी लड़ाई लड़ रहे हैं। मुझे आज शर्म आ रही है कि हमारा समाज और देश ऐसा हो गया है, जहां बुजुर्गों की देखभाल करने के बजाए हमने उन्हें ठंड में सड़कों पर बैठने के लिए मजबूर कर दिया है। ‘
TODAYYYYY! #ArtistsForFarmers संयुक्ता किशन मोर्चा मुख्य मंच, टिकरी बॉर्डर प्रोटेस्ट साइट पर .. एक कारण के लिए कॉन्सर्ट .. पाहुंचो यमन! 💜 pic.twitter.com/VvPwqs1bW2
– स्वरा भास्कर (@ReallySwara) 9 जनवरी, 2021
स्वरा भास्कर ने कहा, ‘हम बहुत दुखी और अहंकारी हो गए हैं कि इन लोगों के दर्द का हमें अहसास नहीं होता है। अगर देश हमारी मां है, तो किसान पिता हैं क्योंकि वे हमें भोजन मुहैया कराते हैं। ‘ प्रदर्शन के उद्देश्यों पर सवाल उठाने वाले लोगों पर हमला करते हुए भास्कर ने कहा कि ऐसे लोग प्रदर्शनकारियों के खिलाफ ‘गलत आरोप’ लगा रहे हैं।
भास्कर ने कहा, ‘वे हर दिन आपको गाली दे रहे हैं और लोगों को आपके खिलाफ भड़का रहे हैं। मैं आप सबसे इन लोगों की तरफ से माफी मांगती हूं। ‘ केंद्र के कृषि कानूनों के विरोध में कड़ाके की ठंड के बावजूद हजारों किसान 26 नवंबर से दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर डटे हुए हैं।