
राजेश खन्ना आशा पारेख की फीलम ‘कटी पतंग’ के साथ ही आज द रिनिलीज हुई थी। फोटो साभार- @ बॉम्बेबसांती / ट्विटर
शक्ति सामंत (शक्ति सामंत) के निर्देशन में बानी फिल्म ‘कटी पतंग’ (कट्टी पतंग) ने आज उद्योग में 50 साल पूरे कर रहे हैं। राजेश खन्ना (राजेश खन्ना) और एक्ट्रेस आशा पारेख (आशा पारेख) की ये फिल्में उपन्यासकार गुलशन नंदा के उपन्यास ‘कटी पतंग’ पर आधारित है।
- News18Hindi
- आखरी अपडेट:29 जनवरी, 2021, 11:36 AM IST
फिल्म से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा है कि ‘कटी पतंग’ की कहानी एक ऐसी लड़की की है जो कई नाजुक परिस्थितियों में घिरी है। फिल्म के बनने से पहले ‘कटी पतंग’ उपन्यास बाजार में आ गया और यह उस समय का सबसे ज्यादा बिकने वाला उपन्यास साबित हुआ था। इसके बाद स्क्रिप्ट में ज्यादा बदलाव की जरूरत नहीं पड़ी क्योंकि यह आपके आप में एक मुकम्मल स्क्रिप्ट जैसा था। इसमें बस संगीत और धुनों को पायोया गया।

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फिल्म के लिए जब लीड एक्ट्रेस की तलाश की जा रही थी तो एक विधवा का किरदार निभाने के लिए मुमताज और शर्मिला टैगोर जैसी बड़ी एक्ट्रेस ने इनकार कर दिया। बाद में एक्ट्रेस आशा पारेख इस रोल के लिए हां कर दी। आशा पारेख द्वारा जब्त की गई विधवा की भूमिका बहुत चुनौतीपूर्ण थी। इस रोल के लिए आशा पारिख को उस साल के सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्मफेयर अवार्ड मिला।

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29 जनवरी 1971 को ‘कटी पतंग’ रिलीज हुई। फिल्म 1971 की एक बड़ी हिट थी, जिसने लगभग चार करोड़ रुपये का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया था। फिल्म ‘कटी पतंग’ से एक और एक्ट्रेस का करियर इंडस्ट्री में बुरी पकड़ हो गई थी और वह बिंदु थे। फिल्म में कैबरे सांग ‘शब्बो’ ने लोगों के दिलों में ऐसी जगह बनाई की लोग बिंदु को आज तक इसी नाम से पुकारते है। ‘कटी पतंग’ रिलीज़ हुई 50 साल हो गए हैं लेकिन फिल्म में दिखाया गया होली का गाना आज भी सबसे लोकप्रिय होली सॉन्ग है।