
द मिया मिर्जा ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में अपनी शादी की रस्मों और इसकी इकोफ्रेंडली तैयारियों को लेकर कई बातें बताई हैं। दिया ने अपने इस्टाग्राम पोस्ट में बताया कि कैसे उन्होंने अपनी शादी में केंट्यादान और व ी बाड़ जैसी रस्मों को नहीं किया है, जोकिकि परिवर्तन हमारे चुनावों से ही शुरू होता है। ‘ दिया ने अपने इस इंस्टाग्र्राम पोस्ट में बताया, ‘वह गार्डन जहां मैंने पाइछले 19 सालों से अपनी जिया जिंदगी की हर सुबह बिताई है, वह हमारी इस साड़ी और फूलों की शादी के लिए सबसे बेहतरीन जगह थी।’
उन्हें उन्होंने आगे लिहाया, ‘हमें खुशी है कि हम एक ऐसा समारोह मना पाए जहां बिलाल भी पियालिस्टिक का खेल नहीं हुआ है और जो भी थोड़ी बहुत सजावट की गई है वह पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल है। सबसे अच्छी बात थी कही हमारी पूरी वैदिक सेरेमनी एक महिला पंडित द्वारा पूरी तरह से चली गई। मैंने अपने बचपन की दो बेटियों अनन्या की शादी से पहले भी महिला पंडित को शादी के बाद शादी नहीं कराई थी। अनन्याया ने शीला अत्ता के रूप में हमें शादी का तोहफा दिया है। ‘

फोटो साभार- @ diamirzaofficial / Instagram)
दिया ने अपनी इस पोस्ट के अंत में लिखा, ‘साथ ही हमाने’ कतनयदान ‘और’ व ीडिंग ‘की रस्में भी नहीं की हैं, हांसीक परिवर्तन हमारे चुनावों से ही शुरू होगा। न? ‘

फोटो साभार- @ diamirzaofficial / Instagram)
दीया मिर्जा और वैभव रेही दोनों की ही ये दूसरी शादी है। दीया इससे पहले नशीले साहिल सांगा के साथ 11 साल की बहाली और 5 साल की शादीशुदा जिंदगी बिता चुकी हैं। दोनों ने आपसी सहमति से तलाक ले लिया था। वहीं वैभव की पहली शादी योगा इंस्ट्रक्टर सुनैना रेही से हुई थी। वैभव की एक बेटी भी है।