मीना कुमारी आज भी फिल्म ‘पाकीजा’ से जिंदा हैं।
आज ही के दिन साल 1972 में बॉलीवुड की ट्रेजडी क्वीन (ट्रेजेडी क्वीन) मीना कुमारी (मीना कुमारी) का निधन हुआ था। इस अदाकारा ने अपने करियर में जितनी उचाईएँ हासिल कीं उनका निजी जीवन उतनी ही परेशानियों से भरा हुआ था।
मीना कुमारी ने मशहूर निर्देशक काम अमरोही से शादी की थी। काम अमरोही ने ही मीना कुमारी के साथ मिलकर अपनी ड्रीम फिल्म ‘पाकीजा’ बनाई। इसे पूरा करने में एक दो नहीं बल्कि 16 साल लग गए थे। ‘पाकीजा’ रिलीज़ में ही सुपरहिट हो गई, लेकिन इस फिल्म की कामयाबी देखने के लिए मीना कुमारी जिंदा नहीं रहीं। इसी फिल्म के दौरान एक दिलचस्प घटना हुई थी, जब फिल्म के लोगों को डाकुओं ने घेर लिया था।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वरिष्ठ पत्रकार विनोद मेहता ने इस दिलचस्प घटना को लिखा है। ‘पाकीज़ा’ की निकास शूटिंग के लिए मीना कुमारी, कमल अमरोही और बाकी लोग मध्य प्रदेश के शिवपुरी से गुजर रहे थे, तभी उनकी कार की पेट्रोल खत्म हो गई। मध्य प्रदेश के प्रसिद्धबालक लाल ने उनके काफिले को घेर लिया, लेकिन जब उसे पता चला कि मीना कुमारी मौजूद हैं, तब सब कुछ भूलकर उसने मीना कुमारी और बाकी लोगों के खाने-पीने की व्यवस्था करवाई। विनोद मेहता लिखते हैं कि डाकू शरण लाल ने मीना कुमारी से अपने हाथ पर ऑटोग्राफ लिया था। उन्होंने मीना कुमारी से कहा था कि वह चाकू से उसके हाथ पर ऑटोग्राफ दें। बड़ी मुश्किल से मीना कुमारी चाकू से उसके हाथ पर ऑटोग्राफ दे पाए गए थे।
मीना कुमारी ने परिवार के खिलाफ जाकर खुद से 15 साल बड़े उम्र के कमाल अमरोही के साथ शादी की थी। मीना अपने समय में सबसे अधिक फीस लेने वाली अभिनेत्री थीं। जीवन के जंग से जूझते हुए कम उम्र में ही बसीं जा रही हैं। मीना कुमारी का निधन हिंदी सिनेमा की अपूर्णनीय क्षति है।