
‘संतान’ में अमिताभ बच्चन। फोटो साभार- यूट्यूब ग्राउंड
अमिताभ बच्चन (अमिताभ बच्चन) और जयाप्रदा (जया प्रदा) की फिल्म ‘गिटार’ ‘एचटीएमएल फिल्म’ ऑर्थर ‘से प्रेरित है। ये फिल्म दर्शकों को इतनी पसंद आई कि रिलीज के अगले साल ही कन्नड़ में इसकी रीमेक बना, जिसका नाम था ‘थांडा कनिक’।
अमिताभ बच्चन (अमिताभ बच्चन) और जयाप्रदा (जया प्रदा) की फिल्म ‘गिटार’ ‘एचटीएमएल फिल्म’ ऑर्थर ‘से प्रेरित है। ये फिल्म दर्शकों को इतनी पसंद आई कि रिलीज के अगले साल ही कन्नड़ में इसकी रीमेक बना, जिसका नाम था ‘थांडा कनिक’।
ज्यादातर लोगों को फिल्म ‘शराबी (शराबी)’ देखकर लगता है कि अमिताभ ने ऐसा स्टाइल के लिए किया था, लेकिन मूल कारण उनके हाथ की चोट थी। इस बारे में अमिताभ ने खुद खुलासा किया था कि पटाखा जलाते हुए उनके सीधे हाथ की फाँसी जल गई थी। उन्होंने एक बार बताया था कि ‘शराबी’ की शूटिंग के दौरान दीवाली के एक पटाखे की वजह से मेरा हाथ जख्मी हो गया था और तंदूरी चिकन बन गया था, लेकिन फिर मैंने भी शूटिंग जारी रखी।
फिल्म के निर्देशक प्रकाश प्रकाश मेहरा ने भी उन्हें सलाह दी कि आप इस फिल्म में एक बिगड़े हुए बेटे और शराबी की भूमिका निभा रहे हों, एक हाथ जेब में डाल लो। जब ये फ़िल्म रिलीज़ हुई तो दर्शकों को अमिताभ का ये स्टाइल बेहद पसंद आया। वहीं, बात करें इस फिल्म की बाकी स्टार कास्ट की तो अमिताभ के अलावा फिल्म निर्माता में जया प्रदा, प्राण, ओम प्रकाश आदि बेहतरीन कलाकारों ने भी खूब वाह वाही लूटी थी।फिल्म ‘गिटार’ के लिए वर्ष 1984 के फिल्मफेयर पुरस्कारों में बजाया सिंगर के लिए सिंगर किशोर कुमार को जो चार बार उत्तरमीनेशन मिला। ये पहला और कह सकते हैं कि आखिरी मौका था जब फिल्मफेयर के प्रतिष्ठितों में एक ही फिल्म के सभी नॉमीनेशन एक ही सिंगर को मिले थे वो भी एक ही फिल्म के लिए। सिंगर किशोर कुमार को ें मंजिलें अपनी जगह हैं रास्ते अपनी जगह के लिए अवार्ड भी मिला था और बप्पी लाहिड़ी को बस्तर राष्ट्र का अवार्ड मिला। आपको बता दें कि उस साल अमिताभ की इस फिल्म को फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में कुल 9 उत्तरामीनेशन मिले थे। हालाँकि बन्द एक्टर का अवार्ड अनुपम खेर को फिल्म ‘सारांश’ के लिए मिला था।