
करन वाही फोटो साभार- @ करनवाही / इंस्टाग्राम
करण वाही (करण वाही) ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर लिखा था, ‘क्या नागा बाबाओं के लिए वर्क फ्रॉम होम जैसा कल्चर नहीं है? जैसे कि गंगा से जल लाकर घर पर ही नहा लें?
दरअसल, करण वाही (करण वाही) कोरोना महामारी (कोरोनवायरस) के बीच हरिद्वार में हर की पौड़ी पर शाही स्नान के लिए नागा बाबाओं को लेकर एक पोस्ट अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर किया था। करण वाही ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर लिखा था, ‘क्या नागा बाबाओं के लिए वर्क फ्रॉम होम जैसा कल्लन नहीं है? जैसे कि गंगा से जल लाकर घर पर ही नहा लें?
इस पोस्ट के बाद ही कुछ लोगों ने उन्हें निशाने पर लेकर ट्रोल करना शुरू कर दिया। कुछ लोगों ने बेहद गंदे और मज़े से भरे मैसेज भेजे, जिनके एक्टर ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर शेयर किए हैं।
कई यूजर्स ने करण वाही पर हिंदू भावनाओं को नाराज करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने इंस्टाग्राम स्टोरी पर लिखा- ‘तो मुझे गालियां और नफरत भरे मैसेज आ रहे हैं। जान से मारने की धमकियां भी मिल रही हैं। वाह भारत के लोग। अगर एक हिंदू होने का मतलब को विभाजित के प्रोटोकॉल को नजरअंदाज करना है, तो फिर आपमें से बहुत से लोगों को यह पढ़ने की जरूरत है कि आखिर हिंदू होना क्या है ‘।
हरिद्वार में चल रहे शाही कुंभ मेले में कोरोना का बुरी तरह कहर टूटा है। वहाँ 102 तीर्थयात्रियों के अलावा 20 साधु को विभाजित पॉजिटिव पाए गए हैं। महाकुंभ मेले में शिरकत कर रहे धार्मिक संस्थाओं के प्रमुख न तो कोविड टेस्ट करवाने को राजी हुए और न ही मॉस्क पहनें। बहुत ही नहीं इन लोगों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग के प्रोटोकॉल का भी पालन नहीं किया गया था।