
अमिताभ बच्चन (फोटो साभारः इंस्टाग्राम @amitabhbachchan)
केबीसी 12 (KBC 12) में अमिताभ बच्चन (अमिताभ बच्चन) ने बताया कि जब वो किसी झा से मिलते हैं तो उन्हें ‘झा साहब’ (झा साहब) ही बुलाते हैं क्योंकि इससे उनके बाबूजी का एक किस्सा जुड़ा हुआ है।
- News18Hindi
- आखरी अपडेट:3 दिसंबर, 2020, 10:51 PM IST
अमिताभ बच्चन ने कहा- ‘जैसे ही आप आए मैंने आपको संबोधित करते हुए कहा-‘ झा साहब ‘, उन्होंने इसलिए कहा क्योंकि हमारे परिवार में झा साहब का बहुत ही महत्वपूर्ण एक योगदान रहा है। बाबूजी इलाहाबाद विश्वविद्यालय में थे और अमरनाथ झा वाइस चांसलर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के बनारस में … बहुत की प्रख्यात एक विद्वान थीं। उनके साथ बाबूजी का बहुत अच्छा संबंध था। अपनी आत्मकथा में भी बाबूजी ने उनकी बहुत चर्चाएँ की हैं। हमारे साथ भी जब बात करते थे तो उनके बारे में बताते थे। इसीलिए जब कोई भी झा के साथ बात होती है तो हमारे मुंह से ‘झा साहब’ ही निकलता है ‘।
केबीसी 12 में अरुण कुमार से पूछे गए सवाल ये हैं-
इस हिंदी में कहा जाए को पूरा करें, ना रहेगा बांस ना बजेगी … इस सवाल का सही जवाब दिया- बांसुरी
घर में प्रयोग की जाने वाली इनमें से कौन सी वस्तु पाउडर और टिकिया दोनों रूप में आती है?
इस सवाल का सही जवाब दिया- डिटर्जेंट
इनमें से कौन से खेल में धातु की एक भारी गोलाकार (गेंदनुमा) वस्तु को ज्यादा से ज्यादा दूर तक हलका जाता है?
इस सवाल का सही जवाब दिया- शॉर्टपॉट
पारंपरिक भारतीय कलेंडर के अनुसार, वर्ष ऋतु के तुरंत बाद कौन सी ऋतु आती है?
इस सवाल पर अरुण कुमार फंस गए और उन्होंने वीडियो कॉल अ फ्रेंड लाइफ लाइन का इस्तेमाल किया। इसके बाद इस सवाल का सही जवाब दिया गया
एक एमबीए तेजिशियन सीरोलॉजी टेस्ट करने के बाद आपको इनमें से क्या बता सकता है?
इस सवाल पर भी अरुण कुमार फंस गए और उन्होंने 50-50 लाइफ लाइन का इस्तेमाल किया। इसके बाद इस सवाल का सही जवाब दिया गया- आपके रक्त का प्रकार
इसके बाद आज के खेल की अवधि पूरी होने का समय बीता गया है।