सोनू सूद बने भगवान: एक्टर का मंदिर बनाकर उनहें पूज रहे हैं दुब्बी टांडा गांव और लोग


फोटो साभार ANI

सोनू सूद (सोनू सूद) ने कोरोना (कोरोना) काल में इतने लोगों की मदद की है कि उन सभी लोगों के लाई वे कश्यारी मसीह से कम नहीं हैं। ऐसे में अब तेलंगाना (तेलंगाना) के एक गांव में लोगों ने 47 साल के सोनू को भगवान के मार्गदर्शन पर बैठा द शीया है।

  • News18Hindi
  • आखरी अपडेट:22 दिसंबर, 2020, 10:42 AM IST

मुंबई। सोनू सूद (सोनू सूद) ने कोरोना (कोरोना) काल में इतने लोगों की मदद की है कि उन सभी लोगों के लाई वे कश्यारी मसीह से कम नहीं हैं। सोनू के प्रति अपना आभार जताने के लिए कसीस ने अपने शिक्षकोंचे का नाम उनके ऊपर रख लिया तो कहीस ने अपनी दुकान उनके नाम से खोल ली है। लेकिन तेलंगाना (तेलंगाना) के एक गांव में लोगों ने सोनू को भगवान के मार्गदर्शन पर बैठा दिय है। तेलंगाना राज्य के गांव डुबा टांडा के लोगों ने 47 साल के सोनू के नाम पर एक मंदिर बनवाकर उन्हें सम्मानित किया है। गांव वालों ने इस मंदिर का निर्माण सिद्दीपेट जिला अधिकारियों की मदद से करवाया है।

मंदिर का लोकार्पण मूर्तिकार और स्थानीय लोगों ने कही और सोनू की आरती भी उन्होंने गाई। सोनू को लोगों को खूब प्यार किया जा रहा है। स्थापितणीय लोगों का कहना है कि पेनडेमिक के दौर में सोनू ने कई लोगों की मदद की है। ऐसे में हमारे लाईव ये हर्ष का वशिष है कि हमने उनका मंदिर बनाया।

वहीं सोनू अपने लीये लोगों का ये प्यार करते हुए काफी वीनम महसूस कर रहे हैं। सोनू ने अपने बयान में कहा, ‘ये मेरी लाई भावुक कर देने वाला पल है, लेकिन मैं ये जरूर कहना चाहूंगा कि इसकी जरूरत नहीं है। मैं बस एक आम आदमी हूँ जिसने अपने भाईयों और बहनों की मदद की है। ‘

दरअसल लॉकडाउन के दौरान सोनू सूद ने मुंबई में फंसे प्रवासी मजदूरों को देश के अलग-अलग इलाकों में स्थित उनके घर तक पहुंचाने में मदद की थी। उन्होंने और उनकी टीम ने मजदूरों के लिए टोल फ्री नंबर और वॉट्सऐप नंबर जारी किए थे। सोनू ने मजदूरों के लिए बस, ट्रेन और ऑनलाइन फ्लाइट का इंतजाम भी किया था। साथ ही फंसे हुए लोगों के खाने-पीने का इंतजाम भी किया गया था।





Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *