इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के लोगों का हर 15 दिन में कोरोना टेस्ट। (फोटो प्रतीकात्मक)
मायानगरी में कोराना महामारी का प्रकोप उठता ही जा रहा है। फिल्म और टीवी उद्योग से जुड़े लोगों का हर 15 दिन में को विभाजित -19 टेस्ट (COVID -19 टेस्ट) करवाने के लिए महाराष्ट्र सरकार (महाराष्ट्र सरकार) ने दिशानिर्देश जारी कर दिया है।
एबीपी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय फिल्म और टीवी प्रोड्यूसर्स काउंसिल के अध्यक्ष जे.डी. मजीठिया ने विशेष बातचीत में कहा कि ‘हर 15 दिन में आरटी-पीसीआर टेस्ट करने का फैसला महाराष्ट्र सरकार की नई कोरोना गाइडलाइंस का हिस्सा है, जिसके तहत अब तक अंजाजा 15 हजार लोगों के टेस्ट करवाए जा चुके हैं। इन 9 हजार लोगों की टेस्ट रिपोर्ट भी आ चुकी है। जिनके डेटा और नतीजों को लेकर IFTPC ने सरकार के साथ शेयर किया है। ‘ फिल्मों, टीवी और वेब शोज की शूटिंग को लेकर तमाम तरह के एहतियात बरतने को लेकर निर्माता और तमाम प्रोडक्शन हाउस पूरी तरह से संजीदा हैं और कोरोनाथ के प्रोफेट संकट के बीच सभी नियमों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है।
बता दें कि देशभर में बढ़ते कोरोना के नए मामलों में महाराष्ट्र सबसे आगे है। महाराष्ट्र में कई तरह की पाबंदियों के बावजूद कोरोना विस्फोट जारी है। ऐसे में एक बार फिर महाराष्ट्र लॉकडाउन की ओर उठता दिख रहा है। खबरों की मानें तो राज्य में कोरोना की चाल थामने के लिए 15 दिनों का लॉकडाउन लगाया जाने पर सरकार विचार कर रही है। टास्क फोर्स में शामिल एक्सपर्ट्स का मानना है कि राज्य में कोरोना के संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए कम से कम दो सप्ताह का लॉकडाउन लगाना आवश्यक है।