सूत्रों के मुताबिक, रिया की पड़ोसन ने एक टीवी चैनल के सामने दावा किया था कि सुशांत और रिया चक्रवर्ती की मुलाकात 13 जून को हुई थी। पड़ोसन का दावा था कि 13 जून की शाम सुशांत ने राजकुमार को शाम 6 से 6:30 के बीच घर छोड़ा था। सुशांत अकेले ही प्रिंस को छोड़ने आए थे। जब सीबीआई जांच के लिए प्रधान के घर गए, तो ऐसा कोई सबूत नहीं मिला। रविवार को पड़ोसन ने जांच एजेंसी के सामने स्वीकार किया कि उसने 13 जून को सुशांत को प्रिंस के घर के हर नहीं देखा था।
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शासक के वकील की मांग- झूठी खबरें फैलाने वालों पर कारवायी होप्रधान चक्रवर्ती के वकील सतीश मानशिंदे ने केंद्रीय एजेंसी से ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है, जो मीडिया के सामने झूठे दावे करते हैं। मानशिंदे ने कहा कि हम टीवी और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के समक्ष केंद्रीय जांच एजेंसी को झूठे और फर्जी दावे करने वाले लोगों की सूची भेजने वाले हैं।
बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत 14 जून को बांद्रा में अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे। मुंबई पुलिस ने इसे आत्महत्या का मामला करार दिया था। फोरेंसिक रिपोर्ट की जांच करने वाले दिल्ली के एम्स के डॉक्टरों ने भी इसकी पुष्टि की है।
परिवार ने कहा- असली केस से भटक गई जांच एजेंसी
प्रधान और उनके परिवार ने इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया में उनके खिलाफ खबरों और आधारहीन हमलों के बारे में चिंता व्यक्त की है। उनका कहना है कि इस तरह की झूठी खबरों के कारण ही असली मामला से लोग भटक गए। फिर तीन केंद्रीय एजेंसियों को जांच में शामिल होना पड़ा। परिवार का दावा है कि झूठे केस में प्रधान चक्रवर्ती और शोविक चक्रवर्ती को भी गिरफ्तार कर लिया गया था।
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पिछले सप्ताह के शासक को जमानत मिली
बता दें कि प्रधान चक्रवर्ती को ड्रग्स केस में 8 सितंबर कर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरों ने अरेस्ट किया था। वह लगभग एक महीने तक मुंबई के भायुला जेल में बंद थे। पिछले सप्ताह बॉम्बे हाईकोर्ट ने उन्हें सशर्त जमानत दे दी थी, लेकिन शोविक अभी भी जेल में हैं।