उद्धव ठाकरे।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कोटव ठाकरे (उद्धव ठाकरे) ने गुरुवार को कहा कि हिंदी फिल्म उद्योग (हिंदी फिल्म उद्योग) की छवि को नुकसानसाने पहुंचाने और इसे ‘समाप्त’ करने या ‘कहीं और स्थानांतरित किए जाने’ का प्रयास नहीं किया जाएगा।
- News18Hindi
- आखरी अपडेट:16 अक्टूबर, 2020, 1:25 AM IST
मल्टीप्लेक्स और थिएटर मालिकों के साथ हुई बैठक में ठाकरे के बयान का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा, ‘फिल्म उद्योग को समाप्त करने या कहीं और हस्तांतरित जाने का प्रयास नहीं किया जाएगा।’ उन्होंने कहा कि मुंबई ना केवल देश की आर्थिक राजधानी है बल्कि मनोरंजन राजधानी भी है।
ठाकरे ने कहा, ‘वैश्विक स्तर पर बॉलीवुड का अनुसरण किया जाता है। फिल्म उद्योग भारी संख्या में रोजगार पैदा करता है। पिछले कुछ दिनों में, कुछ निश्चित लोगों द्वारा फिल्म उद्योग की छवि खराब करने का प्रयास किया गया, जोकि काफी दयनीय है। ‘
हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार ने फिल्म निर्माताओं को लुभाने के लिए राज्य में फिल्म सिटी बनाने की योजना की घोषणा की थी। ठाकरे ने बैठक में थिएटर मालिकों को संकेत दिया कि राज्य के संस्कृति विभाग ने सिनेमा हॉल फिर से खोले जाने के संबंध में मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार की है, जो कि पिछले 6 महीने से बहुत अधिक समय से बंद हैं। उन्होंने कहा कि एसओपी को अंतिम रूप दिए जाने के बाद जल्द ही सिनेमा हॉल फिर से खोले जाने को लेकर निर्णय लिया जाएगा।