भोजपुरी विशेष: का हसनपुर में तेजपरताप के जीत के गार्गी बा?


सनपुर चीनी मिल असटेट बैंक के बहरी में बहुत भीड़ रही। सकलदेव जातिो के सुभाष चौउक हो के हड़बड़ी रहे। लेकिन रोड प की अटेंशन आवाजाही रही कि उनका सैकिल में बरेक मार के परल। ढाका लागत -लागत बांचल। सकलदेव सैलिल से डिले मोनासिब समझले। रास्ता में एगो अदिमी से पुछले, बैंक के बहरी अटेंशन भीड़ कहे बा, का कुछु भइल का बा? उ अदिमी सकलदेव के एक नजर देखलस अ हंस के कहलस, कवना लोक में रहे ल s, ई नइख s जानत कि आज तेजपरताप बैंक में खाता कोलवावे खातिर इल बाबड़े? चुनाव लड़े खातिर तेजपरताप के बैंक खाते की जरूरत पड़ी। उ बैंक में बियाठल बाड़े एह से एविएशन भीड़ बा। सकलदेव के इयाद आगइल कि अरे हां, काल्ह त s लालू जी के बेटे के नौमंजन बा। उ सुभाष चौउक के पहुंच चुके त एस देखले कि माधो राय के दोकान के मधेसर बियाठान रहन। सकलदेव के लाइका पटना में इंजीनियर रहन। उ मधेसर के हाथे प्यासा भेजले रहन। जब सकलदेव के पेइसा भेंट गइल त s उन सबूर हो गइल। माधो राय कहले, का सकलदेव रास्ता में तेजपरताप के देखल s कि ना? तेजपरताप के अइला से हसनपुर में चहल-पहल बढ़ गइल बा। लालू जी के नाम के असर त s बड़ले नू बा।

कहीं तेज परताप के लेन के देनी ना पर जाय
माधो राय के सवाल का सकलदेव कहले, ना प्रस्तुत त s ना भाइल लेकिन सुनानी कि तेजपरताप बैंक में बियाठल बाड़े। ई सुनने के मधेसर कहले, आच्छा ई बताईं कि तेजपरताप एविस दूर से अलेकसन लड़े हसनपुर काहे अइले? का महुआ में कवनो काम हो सकता है? उनका त s हसनपुर के चौहद्दियो ना मालूम होइ, फेर भोट कइसे मंगिहें? माधो राय कहले, तेजपरताप कवनो अपना दम पर लड़े इल बाड़े, उनका त s लालूए जी के नाम के सहारा बा। हसनपुर जोलो (यादव) के जठ ह s, इहे जान के तेजपरताप अहिजा …. सकलदेव बिछी माधो राय के बात के काट के कहले, एकर का मतलब बा कि जे जातिो होइ उ राजदेव के भोट दिही? जदयू के राज कुमारो राय त एस जेडवे हवें, उहो त अपना खुद के भोट से विजेता बोडे। राजकुमार राय दू बेर से इँ जीत रहल बाड़े। 2010 में त s राज कुमार राजद के सुनील पुसपम के दुब के बिधायक बनल रहन। जदयू के जोडो, राजद के जोो के दुब देले रहे। ऐह से इ ना कल जा सकेला कि जे जोयो होइ उ तेजपरताप के भोट देबे करी। 2020 में जैसो से जोयो के भिडंत बा। तेजपरताप के कहींने के देनी ना पर जाय।हसनपुर के युद्ध जितो / जाति
सकलदेव हसनपुर के राजनीतित के नसे- नस जानत रहन। उ कहले, ई सही बा कि 1967 से आज ले जे भी हसनपुर से जीतल, उ जीतवे जीतल। लेकिन अइसन नइके कि इहवें भोट खाली जाते के नाम के परेला, कॉनिवेटिव अउर पाटी के भी महत्वपूर्णता बा। गजेंदर परसाद हिमांशु इहवें के बहुत बड समाजवादी नेता रहन। उ 1967 में संसोपा के टिकट पर इहवें से पहिला बेर विजेता बने रहे। ओहघरी उनकर उमिर 26 साल रही। उ हसनपुर से 7 बेर बिधायक बन गए। उह सा नितत के रहन कि जोयो रहन, उनकर छबि ईमानदार समाजवादी के रहे। बहुत अदिमी त s उनकर जातो ना जानत रहन, काहे से कि उ आपन टाइटिल हिमांशु लिख कर रह गए। उ चार पाट से बिधायक भइले, संसोपा, जनता पाट, जनता दल अउर जदयू। सकलदेल तनी दम धइले, फेन कहले, गजेनगर हिमांशु बड़का नेता रहन लेकिन एक बेर जनता उन के खिलाफ हो गइल। 1980 में हिमांशु कांगरेस के रजिनदर जोयो से हार गइले। कांगरेस के जाति समाजवादी जोओ के खूनी देलस। दू बेर राजद के सुनील पुसपम के जीत मिलल। उ फरवरी 2005 अउर अकटस्ट 2005 के दूनो चुनाव में बाजी मरले रहन। एकरा बाद राजद के जूनो के इँ से खूंटा कबर गइल। 2010 से हसनपुर सीट जदयू के राज कुमार राय के कबजा में बाबा। तेजपरतर अगर जीतो हवे त s राज कुमारो जवे हवें, अब कइसे फरियाल? हसनपुर में का तेजरताप के जीत के गराती बा?

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तेजपरताप के मूसिल
माधो राय आपन विचार कहले, तेजपरताप के बाहरी होके से कुछ दिकत हो सकला। राजकुमार राय लोकल हवें, उ तेजप्रताप के बाहरी के मुद्दे को उठा सकते हैं। हसनपुर में इ बात के चरचा पूरजोर बा कि तेजपरताप, ऐश्वर्य के डरे महुआ से हट के इहां इल बड़े। अगर खुदा ना खास्ते उनकर ससुर चारणिका राय इहवें परचार खातिर आ अइले त s तेजपरताप के मोसिलीन हो जाई। ऐश्वर्या भले ही चुनाव न्ही लड़त लेकिन लालू परिवार से उनकर अनारजी जगजीत बा। तेजपरताप अपना हाफिडेबिट में लिखले बाड़े कि उनका प के घरेलू हिंसा के केस दरज बा। अगर कवनो चार्जेजी त s झुठलाइयो ना सकस। ऐश्वर्या अक्टूबर 2019 में घरेलू हिंसा के केस कइले रही। अइससे अब तक ऐश्वर्या कवनो राजनीतिक बेयन देले नइखी। अब चारणिका राय आगा कवन कदम उठाइये, केहू नइखे जानत। तेजप्रताप हसनपुर इल त s बाड़े लेकिन इ कवनो जरूरी नइखे कि उगतिया जास।





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