सोनू सूद अब भी लोगों की मदद करते हैं नजर आ रहे हैं (फोटो साभार- ट्विटर @ANI)
दुर्गा पूजा के पावन अवसर पर कोलकाता में एक दुर्गा पूजा समिति ने अपनी पूजा पंडाल में सोनू सूद (सोनू सूद) की मूर्ति लगाई है और उन्हें ‘भगवान’ का दर्जा दिया है। इस पर सोनू ने एक ट्वीट के जरिए आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि यह उनका अब तक का सबसे बड़ा अवॉर्ड है।
- News18Hindi
- आखरी अपडेट:22 अक्टूबर, 2020, 10:55 AM IST
हमने अभिनेता सोनू सूद की एक प्रतिमा स्थापित की है ताकि लोग जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए उनसे प्रेरणा ले सकें: श्रीफल संजय दत्ता, प्रफुल्ल कानन वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्य, कोलकाता में https://t.co/6ne3v3FAZF pic.twitter.com/VD8clsa6O9
– एएनआई (@ANI) 21 अक्टूबर, 2020
पश्चिम बंगाल: एक दुर्गा पूजा समिति ने कोलकाता में अपने पूजा पंडाल के लिए थीम के रूप में COVID- प्रेरित लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों के सामने आने वाली कठिनाइयों को चुना है। समिति ने तालाबंदी के दौरान मजदूरों को उनकी सेवा का सम्मान करने के लिए अभिनेता सोनू सूद की एक मूर्ति भी स्थापित की है। pic.twitter.com/dTLlJyetdG
– एएनआई (@ANI) 21 अक्टूबर, 2020
बात सिर्फ यहीं खत्म नहीं होती, सबसे खास बात तो यह है कि सोनू अब भी लोगों की मदद कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर ट्वीट के जरिए जो भी सोनू से मदद मांगता है, सोनू उसकी मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ते। ऐसे में कई लोग सोनू को भगवान का दर्जा देने लगे हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक दुर्गा पूजा के पावन अवसर पर कोलकाता में एक दुर्गा पूजा समिति ने अपने पूजा पंडाल में सोनू सूद की मूर्ति लगाई है और उन्हें ‘भगवान’ का दर्जा दिया है। इस पर सोनू ने एक ट्वीट के जरिए आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि यह उनका अब तक का सबसे बड़ा अवॉर्ड है।
मेरा अब तक का सबसे बड़ा पुरस्कार https://t.co/4hOUeVh2wN
– सोनू सूद (@SonuSood) 21 अक्टूबर, 2020
रिपोर्ट्स के अनुसार प्रफुल्ला कन्नन वेलफेयर असोसिएशन नाम की पूजा समिति ने जो पंडाल इस साल तैयार किया है, वह ‘प्रवासी मजदूर’ के थीम पर बेस्ड है। इस दौरान उन्होंने प्रवासी मजदूरों की मदद करने के लिए सोनू सूद को सम्मान दिया है और उनकी एक मूर्ति भी पंडाल में लगाई है। इस पूजा समिति के सदस्य सरंजय दत्ता ने का हना है कि समिति ने सोनू सूद की मूर्ति इसलिए लगवाई है, ताकि लोग उन्हें जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए प्रेरणा ले सके।