
कंगना रनौत (कंगना रनौत) को इन पोस्टर्स को देखकर इतना गुस्सा आया कि उन्होंने एक बार फिर सोशल मीडिया पर लोगों के सामने अपनी नाराजगी को जाहिर कर दिया। उन्होंने इरोस के पोस्टर्स को शेयर करते हुए 4 ट्वीट लिखे। पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा- ‘हमें कम्युनिटी के देखने लायक सिनेमा को सुरक्षित रखना है। व्यक्तिगत देखने के लिए सेक्सुअलाइज कंटेंट की तुलना में दर्शकों के बड़े हिस्से को रोमांचित करना अधिक कठिन है। कलाकारों का डिजिटलीकरण बड़े संकट से जूझ रहा है। सभी स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म एक पोर्न हब के अलावा कुछ नहीं हैं। शर्म की बात है ’।
हमें सिनेमा को थिएटर के अनुभव को देखने वाले समुदाय के रूप में संरक्षित करना चाहिए, व्यक्तिगत देखने के लिए यौन सामग्री की तुलना में दर्शकों के बड़े वर्ग को लुभाने के लिए और अधिक कठिन है, कला का डिजिटलीकरण इस बड़े संकट का सामना करता है, सभी स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म एक पोर्न हब के अलावा कुछ नहीं हैं। शर्म की बात है @ErosNow pic.twitter.com/qKHde2R4HI
– कंगना रनौत (@KanganaTeam) 22 अक्टूबर, 2020
हमें सिनेमा को थिएटर के अनुभव को देखने वाले समुदाय के रूप में संरक्षित करना चाहिए, व्यक्तिगत देखने के लिए यौन सामग्री की तुलना में दर्शकों के बड़े वर्ग को लुभाने के लिए और अधिक कठिन है, कला का डिजिटलीकरण इस बड़े संकट का सामना करता है, सभी स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म एक पोर्न हब के अलावा कुछ नहीं हैं। शर्म की बात है @ErosNow pic.twitter.com/qKHde2R4HI
– कंगना रनौत (@KanganaTeam) 22 अक्टूबर, 2020
दूसरे ट्वीट में कंगना ने लिखा- ‘इतना ही नहीं आंतरिक स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म के कंटेंट का नेचर भी वही है जो सेक्सुअल डिजायर को बढ़ावा देता है। उनकी टीमों से किसी और तरह के कंटेंट को पाना बहुत मुश्किल है ‘।
और जब आप हेडफ़ोन पहनते हैं और आपके व्यक्तिगत स्थान में सामग्री देखते हैं, तो यह प्लेटफ़ॉर्म की गलती को स्ट्रीमिंग नहीं करता है, आपको तत्काल संतुष्टि की आवश्यकता है, पूरे परिवार, बच्चों, पड़ोसियों के साथ फिल्में देखना महत्वपूर्ण है मूल रूप से यह एक सामुदायिक अनुभव होना चाहिए fault
– कंगना रनौत (@KanganaTeam) 22 अक्टूबर, 2020
तीसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा- ‘और ये सिर्फ स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म की गलती नहीं है, जब आप अकेले बैठकर, कानों में हेडफोन लगाकर कोई कंटेंट नहीं देखते हैं, तो आपको तात्कालिक संतुष्टि रहनी चाहिए। फिल्मों को पूरे परिवार, बच्चों, आस-पड़ोस के लोगों के साथ देखे जाने की आवश्यकता है। मूल रूप से यह एक सामुदायिक अनुभव होना चाहिए। ‘
समुदाय का दृष्टिकोण हमारी जागरूकता को बढ़ाता है जब हम जानते हैं कि कोई व्यक्ति वह देख रहा है जिसे हम देख रहे हैं हम वह बनना चाहते हैं जो हम चाहते हैं कि हम सोचें कि हम हैं, हम जागरूक विकल्प बनाते हैं, हम अपने दिमाग की भावनाओं को खिलाने वाले सेंसरशिप बहुत महत्वपूर्ण हैं और सेंसर हमारे अपने हो सकते हैं साथ ही विवेक।
– कंगना रनौत (@KanganaTeam) 22 अक्टूबर, 2020
अपने आखिरी ट्वीट में कंगना ने लिखा-‘समुदाय को देखना हमारी जागरूकता को बढ़ाता है। जब हम जानते हैं कि कोई देख रहा है कि हम क्या देख रहे हैं। हम वह बनना चाहते हैं जो हम चाहते हैं। हम कॉन्शियस चॉइस बनाते हैं। मस्तिष्क और भावनाओं पर अनुभूति बहुत महत्वपूर्ण हैं और हमारे अपने क्षय और विवेक के हो सकते हैं। ‘ आपको बता दें कि सोशल मीडिया पर हुए बवाल के बाद कंपनी की तरफ एक ट्वीट करते हुए माफी भी मांगी गई, लेकिन नवरात्रि पर ऐसी आपत्तिजनक पोस्ट देखने के बाद लोगों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है।