सुपरस्टार रजनीकांत।
सुपरस्टार रजनीकांत (सुपरस्टार रजनीकांत) ने गुरुवार को कहा कि किडनी का क्षय संरक्षण प्रदान करने और कोरोनावायरस महामारी (कोरोनावायरस महामारी) के मद्देनजर डॉक्टरों ने उन्हें राजनीति में प्रवेश नहीं करने की सलाह दी है।
- News18Hindi
- आखरी अपडेट:30 अक्टूबर, 2020, 6:01 AM IST
रजनीकांत ने अपने ट्विटर हैंडल पर कहा कि सोशल मीडिया पर एक बयान को उन्होंने जारी नहीं किया था, जिसमें संकेत दिया गया था कि वह अपनी स्वास्थ्य की स्थिति को देखते हुए राजनीति में प्रवेश करने पर फिर से विचार कर सकते हैं। हालांकि एक्टर ने कहा कि उनके स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में जानकारी और डॉक्टरों द्वारा उन्हें दी गई सलाह से संबंधित सूचना ‘सही थी।’
एक्टर ने कहा, ‘हर कोई नहीं जानता कि यह मेरा बयान नहीं था। हालांकि मेरे स्वास्थ्य की स्थिति और डॉक्टरों द्वारा मुझे सलाह दी गई के बारे में सूचना सही थी। ‘ कथित ‘बयान’ में कहा गया था, वर्ष 2016 में किडनीकोड संरक्षण प्रदान करने और कोरोनावायरस महामारी के प्रसार के कारण डॉक्टरों ने रजनीकांत को राजनीति में प्रवेश नहीं करने की सलाह दी है।
कोरोना वायरस से होने वाली बीमारी का खतरा अधिक है‘बयान’ में कहा गया है कि डॉक्टरों ने उन्हें यह सलाह तब दी थी जब उन्होंने राजनीति में प्रवेश करने के बारे में कहा था। बयान के मुताबिक डॉक्टरों ने उन्हें कहा, ‘अब आप 70 साल के हो गए हैं। किडनीकोड करने के कारण दूसरों की तुलना में आपके शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र थोड़ा कमजोर हो गया है। इसलिए आपको कोरोनावायरस से उत्पन्न होने का काफी खतरा है। ‘
इन पहलुओं को देखते हुए डॉक्टरों ने रजनीकांत को महामारी के इन दिनों में राजनीति से दूर रहने की सलाह दी। ‘बयान’ में कहा गया था कि उन्होंने उसडनी से संबंधित दिक्कतों के समाधान के लिए 2011 में सिंगापुर के एक अस्पताल में उपचार कराया था और बाद में मई 2016 में अमेरिका के एक अस्पताल में उसडनीबॉडी कल्याण किया। एक्टर द्वारा ‘मिन्दरम’ की संगठन की शुरुआत को राजनीति में प्रवेश से पहले की तैयारी के तौर पर देखा गया था। एक्टर ने कहा था कि वह तमिलनाडु में राजनीतिक क्रांति लाना चाहते हैं और मुख्यमंत्री बनने की उनकी इच्छा नहीं है।