मुकेश खन्ना की सफाई- जैसा इज्जत मैं नारियों की करता हूं, शायद केवल कोई करता होगा


मुकेश खन्ना

मुकेश खन्ना (मुकेश खन्ना) ने कहा है कि, मैंने कभी नहीं कहा था कि और चीजों को काम नहीं करना चाहिए। मैंने ये नहीं कहा कि, नारी बाहर जाती है तो मुझे बहुत होता है। मैं सिर्फ़ ये बताने जा रहा था कि #MeToo की शुरुआत कैसे होती है। मुझे अफ़सोस है कि मैं अपनी बात सही तरीके से नहीं रख पाया।

  • News18Hindi
  • आखरी अपडेट:1 नवंबर, 2020, रात 8:23 बजे IST

मुंबई। टीवी सीरियल महाभारत में ‘भीष्म पितामह’ और ‘शक्तिमान (शक्तिमान)’ के किरदार को जीवंत करने वाले मुकेश खन्ना (मुकेश खन्ना) का मीटू मूवमेंट पर दिए गए बयान पर नेटिजन्स ने उन्हें जमकर ट्रोल किया है। उनका मीटू को लेकर दिए गए बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।

वीडियो में मुकेश खन्ना कह रहे हैं कि- ‘मर्द अलग होता है औरत अलग होती है। औरत की रचना अलग होती है और मर्द की अलग होती है। औरत का काम होता है घर संभालना, मुझे करना मैं कभी-कभी बोल जाता हूं। प्रॉब्लम कहां से शुरू हुई है मी-टू (#MeToo) की, जब औरतों ने भी काम करना शुरू कर दिया हो। आज महिला मर्द के साथ कंधे से कंधा सहित बात करती हैं। ‘

इस वीडियो को लेकर विवाद हो गया तो मुकेश खन्ना ने सफाई पेश की है। मुकेश खन्ना ने कहा है कि सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हुआ है, वह एक छोटा अंश है और उसके आधार पर उन्हें गलत नहीं ठहराया जा सकता है। एक्टर ने अपने फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर करके अपनी सफाई दी है। उन्होंने विडियो के साथ बड़ी सी पोस्ट भी लिखी है।

मुकेश खन्ना ने बड़ी सी पोस्ट में ये बातें लिखी हैंउन्होंने लिखा है कि, ‘मुझे वास्तव में हिरानी हो रही है कि मेरे एक स्टेट्मेंट को बहुत ही उल्टी तरीकेक़े से लिया जा रहा है। मुझे औरतों के ख़िलाफ़ बताया जा रहा है। जैसा इज़्ज़त मैं नरियों की करता हूँ शायद ही कोई करता होगा। इस दौरान मैंने LAXMI BOMB नाम का विरोध किया। मैं नारियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हूँ। हर रेप कांड के ख़िलाफ़ मैं बोला हूँ। मेरे एक इंटरव्यू की क्लिपिंग को लेकर कुछ लोगों ने शोर मचा दिया है।

मैंने कभी नहीं कहा कि और कार्य को नहीं करना चाहिए। मैं सिर्फ़ ये बताने जा रहा था कि मुझे बहुत शुरुआत की शुरुआत होती है। हमारे देश में और असुरों ने हर क्षेत्र में अपनी जगह बनाई है। फिर चाहे वो शेयन्स मिनिस्टर हो, फ़ाइनैन्स मिनिस्टर हो, विदेश मंत्री हो या स्पेस में हो। हर जगह नारी ने अपना परचम लहराया है। तो मैं नारी के काम करने के ख़िलाफ़ कैसे हो सकता हूं। उस विडियो इंटरव्यू में मैं सिर्फ़ नारी के बाहर जाकर काम करने से क्या दिक़्क़तें आ सकती हैं कि पर रोशनी डाल रही थी। जैसे घर के बच्चे अकेले पड़ जा रहे हैं। मैं पुरुष और नारी धर्म की बात कर रहा था जो हज़ारों सालों से चला आ रहा है।

मैंने ये नहीं कहा कि नारी बाहर जाती है तो मुझे बहुत होता है। मैंने एक साल पहले इसी टॉपिक पर एक विडियो बनाया था जो मैं आप लोगों को दिखाना चाहता हूं कि तब मैंने भी यही कहा था कि नारियों को अपने काम करने की जगह पर अपनी सुरक्षा कैसे करनी चाहिए। मैंने तब यह भी नहीं कहा कि नारियां काम पर नहीं जाती हैं, तो आज कैसे कह सकती हूं।

मैंने हमेशा नारियों की इज़्ज़त की है
मैं अपने सभी दोस्तों से यही कहना चाहता हूं कि मेरे राज्यमेंट को विद्र तरीकेक़े से मत पेश करें। मेरा उप चालीस वर्ष, मेरा फिल्मी सफ़र इस बात की पुष्टि करता है कि मैंने हमेशा नरिस की इज़्ज़त की है। यह बात को हर कलाकार या हर फिल्म यूनिट का मेम्बर जानता है कि मैंने हमेशा सबकी इज़्ज़त की है। अगर कोई भी नारी मेरे इस स्टेटमेंट से नाराज हुई हो तो मुझे अफ़सोस है कि मैं अपनी बात सही तरीके से नहीं रख पाया।

मुझे इस बात की चिंता नहीं है कि नारी समाज मेरी ख़िलाफ़ हो जाएगा। उन्हें होना चाहिए भी नहीं। मेरी ज़िंदगी खुली किताब है। सब जानते हैं कि मैंने कैसे ज़िंदगी जी है और कैसे जी रहा हूँ। मैं अपना वही इंटरव्यू आपको पूरा दिखाना चाहता हूं, जिसमें से ये क्लिपिंग ली गई है। आपको पता चलेगा मैं नारियों के प्रति क्या विचार रखता है।





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