पद्मिनी कोल्हापुरी का जन्म 1 नवंबर, 1965 को मुंबई में हुआ था (फोटो साभारः इंस्टाग्राम @padminikolhapure)
बैनर फ़िल्मों में पद्मिनी कोल्हापुरी (पद्मिनी कोल्हापुरे) के बोल्ड सीन की वजह से लोग उन्हें बोल्ड एक्ट्रेस के रूप में देखने लगे थे, इसलिए ही नहीं बोल्ड सीन की वजह से कई बार पद्मिनी कोल्हापुरी का नाम भी विवादों से जुड़ा।
- News18Hindi
- आखरी अपडेट:1 नवंबर, 2020, 11:20 AM IST
अब तक फिल्मों में सक्रिय हैं पद्मिनी कोल्हापुरी
इससे पहले सितंबर 2013 को रिलीज हुई शाहिद कपूर की फिल्म ‘फटा पोस्टर निकला हूर’ में पद्मिनी कोल्हापुरी नजर आई थीं। वहीं, 2020 में वह एक मराठी फिल्म ‘प्रवास’ में दिखाई दी थीं। पद्मिनी कोल्हापुरी एक चाइल्ड कलाकार के रूप में फिल्मी अवतार में कदम रखा था और वह अब तक सक्रिय हैं। ‘जीवन’, ‘ड्रिम गर्ल’, ‘साजन बिना सुहागन’ और ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ में एक टाइटल आर्टिस्ट के रूप में नजर आ चुके हैं। वहीं, जब बॉलीवुड की फिल्मों में उनकी एक अभिनेत्री के रूप में एंट्री हुई, तो उनकी फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर खूब हंगामा मचाया।
बोल्ड एक्ट्रेस के रूप में मिली पहचान थी
वास्तव में, फिल्मों में उनके बोल्ड सीन की वजह से लोग उन्हें बोल्ड एक्ट्रेस के रूप में देखने लगे थे, इसलिए ही नहीं बोल्ड सीन की वजह से कई बार पद्मिनी कोल्हापुरी का नाम भी विवादों से जुड़ा। पद्मिनी कोल्हापुरी महज 15 साल की थीं, जब उन्होंने 1980 में रिलीज हुई उनकी एक फिल्म ‘गहराई’ में बोल्ड सी थी। उस दौर में बोल्ड सीन एक बड़ी बात मानी जाती थी, ऐसे में अपनी फिल्म की करियर की शुरुआत बोल्ड सीन से करना पद्मिनी कोल्हापुरी के लिए आसान नहीं थी।
फिल्म ‘इंसाफ का तराजू’ में मचाया था हंगामा
1980 में ही आई पद्मिनी कोल्हापुरी की फिल्म ‘इंसाफ का तराजू’ विवादों में घिर गई थी। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस फिल्म में पद्मिनी के बोल्ड सीन ने बॉक्स ऑफिस पर हंगामा मचा दिया था। एक तरफ इस फिल्म को देखने के लिए निर्माता के बाहर दर्शकों की लंबी लाइन लगी हुई थी, तो दूसरी तरफ बोल्ड सीन पद्मिनी की जमकर आलोचना भी हो रही थी। रिपोर्ट्स की मानें तो इस फिल्म को देखने के लिए लोग ब्लैक में भी टिकट खरीद रहे थे। दरअसल, इस फिल्म के एक सीन में फिल्म में विलेन का किरदार निभाया जाए राज बब्बर ने उन्हें अपने पूरे कपड़े उतारने के लिए धमकाते हैं।