हैप्पी बर्थडे शाहरुख खान: खुद के सपने देखने पर भरोसा करते हैं शाहरुख खान, आलस को रखते हैं दूर


शाहरुख खान को अपनी बेटियों के कारण एशिया में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में जाना जाता है।

हैप्पी बर्थडे शाहरुख खान: हिंदी सिनेमा के किंग कहे जाने वाले शाहरुख खान (शाहरुख खान) एक संजीदा अभिनेता होने के अलावा बेहतरीन संचालक, वाकपटु समझदार और हास्य से परिपूर्ण इंसान हैं।

  • News18Hindi
  • आखरी अपडेट:2 नवंबर, 2020, 11:23 AM IST

बॉलीवुड के बादशाह यानी शाहरुख खान (शाहरुख खान) का आज 55 वां जन्मदिन (जन्मदिन) है। शाहरुख खान ने छोटे पर्दे से लेकर बड़े पर्दे तक अपनी अदाकारी का लोहा मनवाया है। एक गंभीर कलाकार के रूप में उन्होंने काफी प्रतिफल अर्जित किया है। हिंदी सिनेमा के किंग कहे जाने वाले साथ शाहरुख खान एक संजीदा अभिनेता होने के अलावा बेहतरीन संचालक, वाकपटु समझदार और हास्य से परिपूर्ण इंसान हैं। शाहरुख खान को इन खूबियों के कारण एशिया में ही नहीं बल्कि विश्वभर में जाना जाता है। दुनिया के हर कोने में आपको शाहरुख खान के चाहने वाले मिल जाएंगे। जीवन, कार्य, प्यार पर उनकी बातें सार्थक और आगमनात्मक होती हैं।

यही कारण है कि उन्हें दुनिया भर के प्रमुख व्यापारिक संस्थानों और शैक्षणिक संस्थानों द्वारा विचार-विमर्श के लिए या अपने विचारों को साझा करने के लिए साझा किया जाता है। शाहरुख खान साहित्य में भी रूचि रखते हैं और कविताएँ भी लिखते हैं। काम के सन्दर्भ में अक्सर प्रेरणादायी बातें कहने वाले साथ शाहरुख खान के जन्मदिन पर उनके ही कुछ संदर्भों की चर्चा यहां की गई है।

खुद के सपने देखो
कड़ा अध्ययन करें और कड़ी मेहनत करें। नियमों से बंधे हुए नहीं रहते, किसी को चोट नहीं पहुंचती। कभी किसी के दूसरे सपनों को मत जियो, खुद के सपने देखो।आलस की आशा कभी नहीं की

आलस सिर्फ एक भौतिक घटना ही नहीं है। दिन भर सोफे पर बैठकर मुंह में फ्राइज़ खाते हुए क्रिकेट देखते रहना भी आलसीपन है। यह जीवन का वह हिस्सा है जिसकी मैंने कभी आशा नहीं की।

कड़ी मेहनत ही कीमती है
शाहरुख प्रकरण हार्ड की क्षमता को सबसे मूल्यवान मानते हैं। वह कहते हैं कि एक व्यस्क के रूप में मुझे यह समझ में आया कि कड़ी मेहनत की क्षमता और काम करने की क्षमता से ज्यादा कीमती चीज कोई नहीं है।

विपरीत दिशा में रास्ता बनाना
शाहरुख खान हमेशा कहते हैं कि जो भी चीज आपको काम करने या अन्य किसी भी क्षेत्र में वापस खींचती है, वह नहीं जाती है। वह तब तक वहाँ रहता है, जब तक कि तुम वापस उठकर खड़े नहीं हो जाते हो। वह आपके साथ विपरीत दिशा में रास्ता बनाना शुरू करने तक रहता है।

काम ही धर्म है
शाहरुख खान ने जीवन में कड़ी मेहनत कर यह मुकाम हासिल किया है। दिल्ली से लेकर मुंबई तक के सफर में उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ा है। काम को ही उन्होंने धर्म माना है। उनका मानना ​​है कि मेरे लिए कड़ी मेहनत ही धर्म है, अगर आप किसी चीज में विश्वास है, तो वह कड़ा परिश्रम है।





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