अमिताभ बच्चन ने सौमित्र चटर्जी को दी श्रद्धांजलि, नाम और प्रतिभा से धनी व्यक्तित्व के बारे में बताया


अमिताभ बच्चन ने एक्टर सौमित्र चटर्जी को श्रद्धांजलि दी है। (फोटो: https://twitter.com/SrBachchan)

बॉलीवुड एक्टर अमिताभ बच्चन (अमिताभ बच्चन) और आमिर खान (आमिर खान) ने एक्टर सौमित्र चटर्जी (सौमित्र चटर्जी) को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें भारतीय सिनेमा के महान कलाकारों में से एक बताया। चटर्जी का रविवार को कोलकाता के एक अस्पताल में निधन हो गया था।

मुंबई। बॉलीवुड एक्टर अमिताभ बच्चन (अमिताभ बच्चन) और आमिर खान (आमिर खान) ने एक्टर सौमित्र चटर्जी (सौमित्र चटर्जी) को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें भारतीय सिनेमा के महान कलाकारों में से एक बताया। कोविद -19 के बाद पैदा हुई स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों से 40 दिन तक जूझने के बाद कोलकाता के एक अस्पताल में चटर्जी का रविवार को निधन हो गया था।

कोरोनावायरस से चेतन होने के बाद 6 अक्टूबर को 85 वर्षीय एक्टर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में वह संक्रमण से मुक्त तो हो गए थे, लेकिन स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ। बच्चन ने चटर्जी के साथ 2018 की एक तस्वीर ट्वीट करते हुए उन्हें ‘महान प्रतिभा’ करार दिया। रविवार देर रात 78 वर्षीय एक्टर ने ट्वीट किया, ‘सौमित्र चटर्जी, एक महान कलाकार। फिल्म उद्योग का एक बड़ा स्तंभ गिर गया। नम्र और प्रतिभा से धनी व्यक्तित्व… .प्रथना। ’

बासु चटर्जी के निर्देशन में बनी 1979 की रोमांटिक फिल्म ‘मंजिल’ में बच्चन ने काम किया था और ऐसा कहा जाता है कि यह फिल्म मृणाल सेन के निर्देशन में बनी फिल्म ‘आकाश कुसुम’ से प्रेरित थी। इस बंगाली फिल्म में सौमित्र चटर्जी ने भी काम किया था। सौमित्र चटर्जी के निधन पर आमिर खान ने कहा, ‘भारतीय सिनेमा ने अपना एक प्रकाश पुंज खो दिया है।’ उन्होंने सोमवार को ट्वीट किया, ‘सौमित्र जी के परिवार और उनके प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं। उनका काम हम सब को आनंद देता रहेगा। श्री सौमित्र चटर्जी की आत्मा को शांति मिले। ‘ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित कई नेताओं और हस्तियों ने अपने निधन पर शोक जताया है।

चटर्जी ने 1959 में आई निर्देशक सत्यजीत रे की फिल्म ‘अपुर संसार’ से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। रे के पसंदीदा एक्टर ने उनकी ‘चारुलता’ ‘देवी’, ‘अभिजन’, ‘अरण्यर दिन रात्रि’, ‘घरे बायरे’ जैसी फिल्मों में काम किया। दोनों का लगभग तीन दशक का साथ रहा, जो रे के निधन पर ही खत्म हुआ। उन्हें तीन बार राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया। 2012 में उन्हें सिनेमा जगत के सबसे बड़े सम्मान दादा साहेब फालके पुरस्कार से भी नवाजा गया।





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