BMC के खिलाफ बॉम्बे HC के फैसले पर कंगना ने जताई खुशी, बोलीं- ‘विलेन का शुक्रिया, नहीं तो मैं हूर …’


फोटो साभार- @ कंगनारनौत / इंस्टाग्राम

कंगना रनौत (कंगना रनौत) ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है। उन्होंने ये वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा- ‘जब कोई व्यक्तिगत रूप से सरकार के खिलाफ खड़ा होता है और जीतता है। यह किसी एक व्यक्ति की जीत नहीं है, बल्कि यह लोकतंत्र की जीत है ‘।

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  • आखरी अपडेट:27 नवंबर, 2020, 2:55 PM IST

मुंबई। बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत (कंगना रनौत) के मुंबई (मुंबई) स्थित कार्यालय में 9 सितंबर को बीएमसी (BMC) द्वारा की गई ब्रेकफोड़ को लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट ने फैसला सुना दिया है। कोर्ट ने फैसला कंगना के हक में सुनाया, जिसके बाद उन्होंने खुशी जाहिर की है। कोर्ट ने दो टूक कहा कि बीएमसी का एक्शन दुर्भावनापूर्ण रवैये से किया गया है, इसलिए उन्हें कंगना को तोड़फोड़ के लिए हर्जाना देना होगा। कोर्ट के इस फैसले के बाद बॉलावुड की पंगा गर्ल ने खुशी जाहिर करते हुए थलाइवी के सेट एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होंने इसे लोकतंत्र की जीत बताया है।

कंगना रनौत (कंगना रनौत) ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है। उन्होंने ये वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा- ‘जब कोई व्यक्तिगत रूप से सरकार के खिलाफ खड़ा होता है और जीतता है। यह किसी एक व्यक्ति की जीत नहीं है, बल्कि यह लोकतंत्र की जीत है। आप सभी को धन्यवाद जिसने मुझे हिम्मत दी और उन लोगों को धन्यवाद जिन्होंने मेरे टूटे सपनों को पंख दिए। आप एक विलेन की भूमिका निभाते हैं, इसलिए मैं एक हूर हो सकता हूं ‘।

वीडियो में वह कह रही हैं, ‘हैल्लो आप सभी को, मैं इस वक्त थलाइवी की शूटिंग कर रही हूं। मुझे अच्छी खबर मिली कि मेरे बंगले का फैसला मेरी दिलचस्पी में आया है। जैसा कि मैंने कहा कि जब कोई सरकार के खिलाफ खड़ा होता है और उसकी जीत होती है। यह लोकतंत्र की जीत होती है। मैं आप सभी का धन्यवाद कहना चाहता हूं, जिन्होंने विलेन का रोल अदा किया, इस कारण से मैं एक हूर का रोल अदा कर सकी। आज जस्टिस एसजे कैथावाला और आरआई छागला की बेंच ने इस मामले में फैसला सुनाते हुए कहा कि जिस तरह से यह ब्रेकफोड़ की गई वह अनधिकृत थी। ऐसा गलत इरादे से किया गया था। इन याचिकाकर्ता को कानूनी मदद लेने से रोकने का एक प्रयास था। अदालत ने अवैध निर्माण के बीएमसी के नोटिस को भी रद्द कर दिया है।

आपको बता दें कि 9 सितंबर को बीएमसी ने कंगना रनौत के कार्यालय में कुछ हिस्सों को अवैध बताते हुए ब्रेकफोड़ की थी, जिसका विरोध में कंगना ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। इसके बाद कोर्ट ने बीएमसी द्वारा की जा रही कार्रवाई पर रोक लगा दी थी। कंगना के वकील का दावा है कि कार्यालय का 40 प्रतिशत हिस्सा ध्वस्त किया गया था। इसमें झूमर, सोफा और दुर्लभ कलाकृतियाँ शामिल हैं जिनमें कई कीमती संपत्ति भी शामिल है।





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