B’day Spl: जिम में 8 घंटे पिछड़ेकर ‘बाहुबली’ के भल्लालदेव बने थे राणा दग्गुबाती, इस कारण से खतरे में लाइफ थी


बाहुबली में भल्लादेव के अवतार में राणा दग्गुबाती।

राणा दग्गुबाती (राणा दग्गुबाती) ने बाहुबली में अपनी ना सिर्फ एक्टिंग से ही, बल्कि अपने लुक से भी हर किसी को हैरान कर दिया था। फिल्म में भल्लालदेव के किरदार के लिए राणा दग्गुबाती ने कितनी मेहनत की है इसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकती है।

  • News18Hindi
  • आखरी अपडेट:14 दिसंबर, 2020, 10:06 बजे IST

मुंबईः ब्लॉकबस्टर हिट फिल्म ‘बाहुबली (बाहुबली)’ में भल्लालदेव का किरदार निभाने वाले दक्षिण सुपरस्टार राणा दग्गुबाती (राणा दग्गुबाती) आज यानी 14 दिसंबर को अपना जन्मदिन मना रहे हैं। राणा दग्गुबाती (राणा दग्गुबाती जन्मदिन) ने अपनी लंबी फिल्मी यात्रा में कई फिल्में दी हैं और अपनी शानदार एक्टिंग के लिए कई अवॉर्ड्स से भी सम्मानित किए जा चुके हैं। लेकिन, बाहुबली में अपनी ना सिर्फ एक्टिंग से ही, बल्कि अपने लुक से भी हर किसी को हैरान कर दिया था। फिल्म में भल्लालदेव के किरदार के लिए राणा दग्गुबाती ने कितनी मेहनत की है इसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकती है।

फिल्म में भल्लालदेव के किरदार को जीवंत करने के लिए राणा दग्गुबाती को खुद को शारीरिक रूप से चुनौती देना पड़ा था। एक्टर को भल्लालदेव का शरीर बनाने के लिए हर दिन 4 हजार कैलोलरीजेन गिरने वाली थी। जिसके लिए वह हर दिन 8 घंटे जिम में बिताते थे और 40 अंडे खाते थे। राणा, भल्लादेव बनने के लिए दिन में 8 बार खाना खाते थे। फिल्म के लिए उन्होंने अपना वजन 100 किलो तक कर लिया था। तब तो फिल्म में दर्शकों को उनकी शानदार बॉडी देखने को मिली थी।

वहीं, एक चैट शो में राणा दग्गुबाती ने अपने स्वास्थ्य के बारे में खुलासा करते हुए बताया था कि वह अपनी जिंदगी में बड़ी स्वास्थ्य समस्या का सामना कर चुके हैं। उनकी तबीयत इतनी खराब हो गई थी कि उनकी जान चली जाए। राणा दग्गुबाती ने सामंथा अक्कीनेनी के चैट शो पर इस बात का खुलासा किया था। उन्होंने खुद को दिखाने के लिए कई चौंकाने वाले खुलेसे किए थे। जिसे सुनकर ना सिर्फ दर्शक बल्कि खुद सामंथा बी काफी इमोशनल हो गए थे।

चैट शो में राणा ने कहा था कि, ‘जब आपकी लाइफ फास्ट फॉरवर्ड में चल रही हो तो अचानक एक पॉज बटन आ जाता है। मुझे बीपी की प्रॉब्लम थी, मेरे हार्ट के चारों ओर कैल्सिफिकेशन था और उसडनी भी फेल होने को थे। इस टैटू में 70 पर्सेंट चांस स्ट्रोक और हेमरेज के थे और 30 पर्सेंट तो जान जाने का खतरा था। ‘





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