
करण जौहर-कंगना रनौत की फाइल फोटो।
महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता सचिन सावंत ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि ये बदनाम करने की साजिश है। कांग्रेस नेता ने कहा कि वह वीडियो 2019 का है, तब तत्कालीन फडनवीस सरकार ने जांच क्यों नहीं की थी?
- News18Hindi
- आखरी अपडेट:19 दिसंबर, 2020, 10:16 AM IST
कांग्रेस नेता सचिन सावंत ने ट्वीट कर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि जब फड़नवीस सरकार सत्ता में थी तो एनसीबी ने करण जौहर की पार्टी की जांच क्यों नहीं की? वीडियो 2019 में वायरल हुआ था और फदनवीस गृह मंत्री थे।
जब फड़नवीस सरकार सत्ता में थी तो नारकोटिक्स क्राइम ब्रांच ने करण जौहर पार्टी की जांच क्यों नहीं की? वीडियो 2019 में वायरल हुआ था और फड़नवीस जी गृह मंत्री थे। उसे जवाब देना चाहिए क्योंकि NCB जांच आगे बढ़ रही है। pic.twitter.com/F649nJoQTG
– सचिन सावंत सचिन सावंत (@sachin_inc) 18 दिसंबर, 2020
सावंत ने यह भी सवाल किया कि आखिर NCB अभी भी जांच के लिए कंगना रनौत को क्यों नहीं बुला रही है? जबकि कंगना ने एक वीडियो में खुद मादक पदार्थों को लेने की बात कबूल की थी। वहीं, NCB उन मुद्दों पर जांच कर रही है, जिनके सुशांत केस से कोई संबंध नहीं है।
इसलिए असली मकसद महाराष्ट्र को बदनाम करना था। आदित्यनाथ द्वारा यूपी में एक नया फिल्म उद्योग शुरू करने का फैसला करने के बाद मुंबई पुलिस और बॉलीवुड की बदनामी शुरू हुई। एसएसआर जांच पर अभी भी सीबीआई कायम है। भाजपा ने अपनी गंदी राजनीति के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसियों और SSR की मौत का इस्तेमाल किया
– सचिन सावंत सचिन सावंत (@sachin_inc) 18 दिसंबर, 2020
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि इनका असली मकसद महाराष्ट्र को बदनाम करना है। सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा यूपी में एक नई फिल्म सिटी शुरू करने का फैसला करने के बाद मुंबई पुलिस और बॉलीवुड की बदनामी शुरू हुई। बीजेपी ने अपनी गंदी राजनीति के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसियों और सुशांत केस का इस्तेमाल किया। आपको बता दें कि करन जौहर ने 28 जुलाई 2019 को हाउस पार्टी होस्ट की थी। इसमें दीपिका पादुकोण, मलाइका अरोड़ा, अर्जुन कपूर, शाहिद कपूर, वरुण धवन, जोया अख्तर, विकी कौशल, अयान मुखर्जी और रणबीर कपूर सहित कई लोग मौजूद थे। पार्टी का वीडियो खुद करन जौहर ने शूट कर सोशल मीडिया पर डाला था। इस पार्टी में ड्रग्स के इस्तेमाल के आरोप लगे थे।